Paris Olympics: पेरिस ओलंपिक का अंत रोमांचक अंदाज में हुआ. भले ही पिछली बार के मेडल्स के आंकड़े तक भारत नहीं पहुंचा, लेकिन रोमांच चरम पर नजर आया. कई मौकों पर मेगा टूर्नामेंट विवादित भी रहा. ओलंपिक विलेज में प्लेयर्स के लिए एसी की व्यवस्था तक नहीं थी. जिसके बाद पीएम मोदी एक्शन में नजर आए. जिसके बाद कुछ ही घंटो में एसी की व्यवस्था देखने को मिली थी. खिलाड़ियों से बात करते समय पीएम इस मुद्दे पर चर्चा की. 


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प्लेयर्स से पीएम मोदी का सवाल?


पीएम मोदी ने पेरिस ओलंपिक्स से लौटे खिलाड़ियों से बातचीत की. जिसमें हॉकी, शूटिंग समेत लगभग सभी प्लेयर्स नजर आए. उन्होंने मजाकिया अंदाज में प्लेयर्स से एसी को लेकर पूछा, 'वहां एसी नहीं थे और गर्मी भी थी, इसलिए मैं जानना चाहता हूं कि आप में से कौन सबसे पहले नाराज हुआ और कहा कि 'मोदी बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, लेकिन कमरों में एसी नहीं हैं, तो हम क्या करें.'


मोदी ने लिया था एक्शन


पेरिस ओलंपिक अरबों-खरबों रुपये खर्च हुए, लेकिन प्लेयर्स के लिए एसी की सुविधा नहीं थी. ओलंपिक विलेज के किसी भी कमरे में एयर कंडीशनर नहीं थे. इस बात की जानकारी के बाद खेल मंत्रालय को प्लेयर्स के लिए तत्काल आधार पर 40 पोर्टेबल एसी वहां भेजे. हंसते हुए मोदी ने सभी एथलीटों से पूछा कि इस स्थिति के लिए कौन से खिलाड़ी उनसे नाराज थे. उन्होंने कहा, 'कौन लोग हैं जिन्हें सबसे ज्यादा मुश्किलों का सामना करना पड़ा? लेकिन जब मुझे पता चला, तो कुछ ही घंटों में वह काम भी हो गया. देखिए हम आपको बेहतरीन सुविधाएं देने की कितनी कोशिश करते हैं?'


लक्ष्य सेन से की बातचीत


पुरुष एकल बैडमिंटन प्रतियोगिता में चौथे स्थान पर रहे लक्ष्य के साथ पीएम मोदी ने बातचीत की. उन्होंने कहा, 'जब मैं पहली बार लक्ष्य से मिला था, तब वह बहुत छोटा था, लेकिन अब वह बड़ा हो गया है. क्या तुम्हें पता है, इस बार तुम एक सेलिब्रिटी बन गए हो?' इस पर लक्ष्य ने जवाब दिया, 'हां सर, लेकिन मैचों के दौरान प्रकाश सर ने मेरा फोन ले लिया और मुझसे कहा कि जब तक मैच खत्म नहीं हो जाते, तब तक तुम्हें अपना फोन नहीं मिलेगा. लेकिन उसके बाद मुझे पता चला कि मुझे कितना समर्थन मिला.'