नई दिल्ली : पांच बार की विश्व चैम्पियन भारतीय मुक्केबाज एम सी मैरी कॉम ने एशियाई मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में 48 किलोवर्ग में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचा. मैरी कॉम ने अपनी उत्तर कोरियन प्रतिद्वंदी किम हयांग मी को 5-0 से हराकर एशियाई गोल्ड वापस देश में लाने का सपना पूरा कर लिया. मैरी कॉम एकमात्र ऐसी शख्स हैं जिन्होंने पांच बार विश्व चैम्पियन होने के साथ ही पांच बार एशियाई स्वर्ण पदक जीता है गौरतलब है कि मैरी कॉम ने यह उपलब्धि  35 साल की उम्र में हासिल की है जब वे तीन बच्चों की मां हैं. 


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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने  मुक्केबाज एम सी मैरी कॉम को वियतनाम में एशियाई महिला मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में ऐतिहासिक पांचवां स्वर्ण पदक जीतने के लिये बधाई दी. प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, ‘‘एएसबीसी एशियाई परिसंघ की महिला मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने के लिये मैरी कॉम को बधाई. एम सी मैरी कॉम भारत को आपकी उपलब्धियों पर गर्व है. ’’ 


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वर्ष 2014 एशियाई खेलों के बाद मैरी कॉम का यह पहला अंतरराष्ट्रीय स्वर्ण पदक है.


खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने ट्वीट किया, ‘‘कितना शानदार प्रदर्शन और क्या वापसी. बधाई हो मैरी कॉम एशियाई मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में पांचवां स्वर्ण पदक जीतने के लिये. तिरंगा हमेशा ऊंचा रखो, चैम्पियन. ’’


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भारत में इस प्रतियोगिता में एक स्वर्ण, एक रजत और पांच कांस्य पदक अपने नाम किये हैं.
(इनपुट भाषा)