नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय पुरुष हॉकी टीम के 41 साल बाद ओलंपिक पदक जीतने पर टोक्यो में कप्तान मनप्रीत सिंह, मुख्य कोच ग्राहम रीड से फोन पर बात की और उन्हें बधाई दी. भारत ने टोक्यो ओलंपिक में गुरुवार को जर्मनी को 5-4 से हराकर ब्रॉन्ज मेडल जीता.


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PM मोदी ने किया हॉकी कप्तान को फोन


प्रधानमंत्री मोदी ने हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह से कहा, ‘बहुत, बहुत, बहुत बधाई. आपको, पूरी टीम को. आपने गजब का काम किया है, पूरा देश नाच रहा है.’ प्रधानमंत्री ने कहा कि बेल्जियम के खिलाफ हार के बाद मनप्रीत की आवाज ढीली थी, लेकिन आज पूरा जोश है.


मोदी ने हॉकी कप्तान को कही ये बात 


प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘उस दिन आपकी आवाज ढीली-ढीली थी. आज पूरा जोश है. आप लोगों की मेहनत काम कर रही है. मेरी तरफ से सभी खिलाड़ियों को बधाई देना. हम 15 अगस्त को मिल रहे हैं, मैंने सभी को बुलाया है, उस दिन मिलेंगे.’ मनप्रीत सिंह ने भारतीय टीम की लगातार हौंसला अफजाई करने के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया. 



कोच ग्राहम रीड को भी बधाई दी


प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्य कोच ग्राहम रीड से बात करके इतिहास रचने के लिए उन्हें बधाई दी. रीड ने कहा कि सेमीफाइनल के हार के बाद उनकी बातों से टीम को प्रेरणा मिली. प्रधानमंत्री मोदी ने इससे पहले ट्वीट करके कहा था कि भारतीयों को यह दिन हमेशा याद रहेगा.


भारत की जीत पर मोदी का ट्वीट 


प्रधानमंत्री मोदी ने भारत की जीत पर ट्वीट किया,‘ऐतिहासिक. यह दिन हर भारतीय की स्मृतियों में हमेशा रहेगा. ब्रॉन्ज मेडल जीतने के लिए हमारी पुरूष हॉकी टीम को बधाई. इससे उन्होंने पूरे देश को, खासकर युवाओं को रोमांचित किया है. भारत को अपनी हॉकी टीम पर गर्व है.’ 



प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, ‘प्रफुल्लित भारत! प्रेरित भारत! गर्वित भारत! तोक्यो में हॉकी टीम की शानदार जीत पूरे देश के लिए गर्व का क्षण है. ये नया भारत है, आत्मविश्वास से भरा भारत है. हॉकी टीम को फिर से ढेरों बधाई और शुभकामनाएं.’



भारतीय हॉकी टीम ने 41 साल बाद जीता ओलंपिक मेडल


ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम को आखिरी पदक 1980 में मॉस्को में मिला था, जब वासुदेवन भास्करन की कप्तानी में टीम ने गोल्ड मेडल जीता था. उसके बाद से भारतीय हॉकी टीम के प्रदर्शन में लगातार गिरावट आई और 1984 लॉस एंजेलिस ओलंपिक में पांचवें स्थान पर रहने के बाद वह इससे बेहतर नहीं कर सकी. लेकिन अब 41 साल बाद भारतीय टीम ने ओलंपिक मेडल हासिल कर लिया है.


बेहद रोमांचक हुआ मुकाबला


भारत की पुरुष हॉकी टीम ने 41 साल के अंतराल के बाद ओलंपिक पदक जीतने का गौरव हासिल किया है. भारत ने टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक के लिए हुए रोमांचक मुकाबले में जर्मनी को 5-4 से हराया. भारतीय टीम सेमीफाइनल में बेल्जियम के हाथों हार गई थी. इसके बाद उसे कांस्य जीतने का मौका मिला था. जर्मनी के खिलाफ एक समय भारतीय टीम 1-3 से पीछे चल रही थी, लेकिन सात मिनट में चार गोल करते हुए भारतीय खिलाड़ियों ने मैच की दिशा अपनी ओर मोड़ दी.


टोक्यो में भारत का यह चौथा पदक


टोक्यो में भारत का यह चौथा पदक है. भारत हॉकी के अलावा वेटलिफ्टिंग, बैडमिंटन और मुक्केबाजी में पदक जीत चुका है जबकि इस हार के साथ जर्मनी के हाथों 2016 के रियो ओलंपिक के बाद लगातार दूसरा कांस्य जीतने का मौका निकल गया.