दूसरा टेस्ट: राहुल के करियर के सर्वोच्च स्कोर से भारत को मजबूत बढ़त
लोकेश राहुल के करियर के सर्वोच्च स्कोर से भारत ने दूसरे टेस्ट क्रिकेट मैच के दूसरे दिन पांच विकेट पर 358 रन बनाकर वेस्टइंडीज को बैकफुट पर भेज दिया। राहुल ने 158 रन बनाये जिससे भारत अब तक 162 रन की बढ़त हासिल कर चुका है।
किंगस्टन (जमैका): लोकेश राहुल के करियर के सर्वोच्च स्कोर से भारत ने दूसरे टेस्ट क्रिकेट मैच के दूसरे दिन पांच विकेट पर 358 रन बनाकर वेस्टइंडीज को बैकफुट पर भेज दिया। राहुल ने 158 रन बनाये जिससे भारत अब तक 162 रन की बढ़त हासिल कर चुका है।
दूसरे दिन हालांकि भारतीय बल्लेबाजों ने काफी धीमी बल्लेबाजी की और 88 ओवरों में उन्होंने केवल 232 रन बनाये। दिन का खेल समाप्त होने के समय अजिंक्य रहाणे 42 और विकेटकीपर बल्लेबाज ऋद्धमान साहा 17 रन पर खेल रहे थे। अब जबकि इस मैच में तीन दिन का समय बचा है तब भारत के पास कमजोर कैरेबियाई टीम के खिलाफ एक और जोरदार जीत दर्ज करने का सुनहरा मौका है।
राहुल निश्चित तौर पर दिन के नायक रहे और उन्होंने विदेशी सरजमीं पर अपना तीसरा शतक जमाया। अपनी पारी में उन्होंने 15 चौके और तीन गगनदायी छक्के लगाये। इनमें से पहले छक्के से उन्होंने अपना शतक पूरा किया। यह एक बेजोड़ पारी थी जिसमें उन्होंने 303 गेंदों का सामना किया। उन्होंने चेतेश्वर पुजारा के साथ दूसरे विकेट के लिये 121 रन की साझेदारी की। पुजारा ने बेहद धीमी बल्लेबाजी की और 159 गेंदों 46 रन बनाये जिसमें चार चौके शामिल हैं।
राहुल ने कप्तान विराट कोहली के साथ भी 69 रन जोड़े जिन्होंने 90 गेंदों पर 44 रन की पारी खेली। कोहली ने अपनी पारी में चार चौके और एक छक्का लगाया। राहुल को जब शैनोन गैब्रियल (50 रन देकर एक विकेट) की गेंद पर विकेट के पीछे कैच आउट दिया गया तब तक वह भारत को बेहतर स्थिति में पहुंचा चुके थे। बेहतरीन फार्म में चल रहे कोहली तब आउट हुए जबकि लग रहा था कि वह स्पिनरों पर हावी होने लगे हैं। उन्होंने देवेंद्र बिशू (79 रन देकर एक विकेट) पर एक छक्का और दो चौके लगाये।
इससे पहले अपना छठा टेस्ट मैच खेल रहे राहुल वेस्टइंडीज में अपनी पहली पारी में भारत की ओर से सर्वोच्च स्कोर खड़ा करने में सफल रहे। वह कैरेबियाई सरजमीं पर अपनी पहली पारी में शतक जड़ने वाले भारत के पांचवें बल्लेबाज हैं लेकिन वह पहले भारतीय सलामी बल्लेबाज हैं जिन्होंने यह कारनामा किया है। मेजबान टीम को एक बार फिर गेंदबाजों ने निराश किया जो सुबह के सत्र में 26 ओवर में एक भी विकेट हासिल नहीं कर पाए। भारतीय बल्लेबाजों ने भी हालांकि धीमी बल्लेबाजी करते हुए 59 रन ही जुटाए।
दूसरे सत्र में भी वेस्टइंडीज को पुजारा के रन आउट होने से सिर्फ एक सफलता मिली लेकिन भारतीय टीम भी इस दौरान 28 ओवर में 74 रन ही जुटा सकी। इस तरह भारत ने दो सत्र में 54 ओवर में एक विकेट खोकर सिर्फ 133 रन बनाए। इससे पहले भारत ने दिन की शुरूआत एक विकेट पर 126 रन से की। पुजारा दिन के तीसरे ओवर में ही भाग्यशाली रहे जब गैब्रियल की गेंद ने उनके बल्ले का किनारा लिया लेकिन दूसरी स्लिप में खड़े मार्लन सैमुअल्स के पास तक नहीं पहुंची।
राहुल ने इसके बाद चेज की गेंद को लांग आन पर छह रन के लिए भेजकर 182 गेंद में 12 चौकों और एक छक्के की मदद से अपना तीसरा शतक पूरा किया। इससे पहले वेस्टइंडीज में अपनी पहली पारी में किसी भारतीय सलामी बल्लेबाज का सर्वाधिक स्कोर अजय जडेजा के नाम था जिन्होंने 1996 में 97 रन की पारी खेली थी। राहुल ने चाय के बाद लेग स्पिनर बिशू पर एक रन के साथ 67वें ओवर में पुजारा के साथ शतकीय साझेदारी पूरी की।
दायें हाथ के इस बल्लेबाज ने इसी ओवर में कवर्स के उपर से अपना दूसरा छक्का जड़ा और अपना निजी स्कोर 114 रन तक पहुंचाकर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 110 रन (सिडनी में जनवरी 2015 में) के अपने सर्वोच्च टेस्ट स्कोर को पीछे छोड़ा। पुजारा हालांकि 46 रन बनाने के बाद वेस्टइंडीज के कप्तान जेसन होल्डर की गेंद को स्क्वायर लेग पर खेलकर तेजी से एक रन के लिए दौड़े लेकिन चेज के सटीक निशाने से रन आउट हो गए। राहुल और कोहली ने इसके बाद पारी को आगे बढ़ाया। राहुल को पैर की मांसपेशियों में जकड़न के कारण परेशानी हो रही थी। उन्होंने होल्डर पर चौका जड़ा लेकिन इसके बाद फिजियो को मैदान पर उनके उपचार के लिए उतरना पड़ा।