नई दिल्ली: रोहन बोपन्ना और दिविज शरण ने तीन मैच प्वाइंट बचाकर शनिवार को यहां डेनमार्क के फ्रेडरिक नीलसन और मिकेल टॉरपेगार्ड की जोड़ी को हराकर भारत को प्लेऑफ मुकाबले में 3-0 से अजेय बढ़त दिलाई और उसका डेविस कप के वर्ल्ड ग्रुप एक में स्थान बरकरार रखा.


बोपन्ना ने दिलाई भारत को जीत 


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फरवरी 2019 के बाद अपना पहला डेविस कप मुकाबला खेल रहे शरण और बोपन्ना ने पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए एक घंटे 58 मिनट तक चले मैच में 6-7 (4), 6-4, 7-6 (4) से जीत हासिल की. इन दोनों की संघर्षपूर्ण जीत से यह भी सुनिश्चित हो गया कि भारत 2022 के सत्र में वर्ल्ड ग्रुप एक में बना रहेगा जबकि डेनमार्क अब फिर से विश्व ग्रुप दो में चला जाएगा.


2019 के बाद पहली जीत 


निर्णायक सेट के 12वें गेम में सर्विस कर रहे शरण को तीन मैच प्वाइंट का सामना करना पड़ा, लेकिन भारतीय टीम ने हौसला बनाये रखा और आखिर में जीत दर्ज की. भारत की नवंबर 2019 में पाकिस्तान को 4-0 से हराने के बाद से यह पहली जीत है. तब रोहित राजपाल ने गैर-खिलाड़ी कप्तान के रूप में पद संभाला था. उसके बाद भारत विदेशों में खेले गए मुकाबलों में फिनलैंड (1-3) और क्रोएशिया (1-3) से हार गया था. बोपन्ना और शरण की जीत से उलट एकल औपचारिक बन गए हैं.