Sania Mirza Shoaib Malik: भारतीय टेनिस सनसनी सानिया मिर्जा को भारत में सबसे प्रभावशाली एथलीटों में से एक माना जाता है. कुछ दिन पहले सानिया ने अपने रिटायरमेंट का ऐलान करते हुए खुलासा किया कि वह अपना आखिरी ऑस्ट्रेलियन ओपन खेलने के लिए पूरी तरह तैयार हैं. रोहन बोपन्ना के साथ अपने फाइनल मैच के दौरान सानिया ने एक भावुक स्पीच दी, इस दौरान वे अपने आंसू नहीं रोक पाईं. दिलचस्प यह रहा कि अपनी स्पीच के दौरान अपने पति शोएब मलिक का नाम तक नहीं लिया.



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फेयरवेल स्पीच की शुरुआत करते ही सानिया एक पल के लिए रुकीं और फूट-फूट कर रोने लगीं. स्टेडियम में मौजूद उनके सभी फैंस के लिए यह एक भावुक करने देने वाला पल था. स्टेडियम में बैठे फैंस ने दिग्गज के लिए जोर से चीयर किया. 2005 में ऑस्ट्रेलियन ओपन में अपने ग्रैंड स्लैम करियर की शुरुआत करने वाली सानिया ने अपने शुरुआती वर्षों को याद करते हुए कहा, “मैं अभी भी कुछ और टूर्नामेंट खेलने वाली हूं लेकिन मेरे पेशेवर करियर की यात्रा मेलबर्न में शुरू हुई. इसकी शुरुआत मेलबर्न में 2005 में हुई थी जब मैं यहां तीसरे दौर में 18 साल की उम्र में सेरेना विलियम्स के खिलाफ खेली थी.”




सानिया मिर्जा ने भले ही अपनी फेयरवेल स्पीच में पति शोएब मलिक का नाम न लिया हो लेकिन शोएब ने अपनी बेगम की उपलब्धियों को जरूर सराहा. उन्होंने सानिया की फेयरवेल स्पीच पर ट्वीट कर कहा कि 'तुम खेलने वाली हर महिला के लिए एक उम्मीद हो. तुमने अपने करियर में जो कुछ भी हासिल किया है, उसके लिए तुम पर बहुत गर्व है. तुम कई लोगों के लिए प्रेरणास्त्रोत हो. ऐसे ही हमेशा मजबूत बनी रहो. बेहतरीन करियर के लिए बहुत-बहुत बधाई.'



सानिया ने 2009 में अपना पहला ग्रैंड स्लैम खिताब अपने जोड़ीदार महेश भूपति के साथ जीता था. इस मौके पर सानिया ने घर जैसा महसूस कराने के लिए सभी को धन्यवाद दिया और कहा, "मुझे यहां बार-बार आने और यहां कुछ टूर्नामेंट जीतने और आप सभी के बीच कुछ शानदार फाइनल खेलने का सौभाग्य मिला है, और यह रॉड लेवर एरिना वास्तव में मेरे जीवन में खास रहा है. मैं किसी ग्रैंड स्लैम में अपना करियर समाप्त करने के लिए इससे बेहतर क्षेत्र के बारे में नहीं सोच सकती थी. इसलिए मुझे यहां घर जैसा महसूस कराने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद.”



सानिया मिर्जा की उपलब्धियां


सानिया मिर्जा ने छह साल की उम्र में खेलना शुरू किया और शुरुआत में उन्हें उनके पिता इमरान मिर्जा ने प्रशिक्षित किया. सानिया महिला टेनिस संघ (डब्ल्यूटीए) का खिताब जीतने वाली पहली भारतीय महिला हैं. 20 साल के करियर में सानिया मिर्जा ने 6 ग्रैंड स्लैम खिताब अपने नाम किए. टेनिस खिलाड़ी युगल वर्ग में विश्व की नंबर 1 रैंकिंग हासिल करने वाली पहली भारतीय महिला बनीं.



13 जनवरी, 2023 को सानिया मिर्जा ने टेनिस से संन्यास लेने की घोषणा की. तस्वीरें शेयर करते हुए, सानिया ने खेल में अपने 30 साल के लंबे समय पर अपनी भावनाओं को लिखा. अपने कोच, माता-पिता, दोस्तों और प्रशंसकों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए, सानिया ने संन्यास लेने के पीछे के कारण का खुलासा किया और शेयर किया कि चूंकि उनका बेटा इज़हान बड़ा हो रहा है, इसलिए उन्हें उसे अधिक समय देना है. सानिया मिर्जा फरवरी 2023 में दुबई टेनिस चैंपियनशिप में पेशेवर टेनिस से संन्यास ले लेंगी.


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(एजेंसी इनपुट के साथ)