नई दिल्ली: मनु भाकर और सौरभ चौधरी. इन दोनों को अभी वोटिंग का अधिकार भी नहीं है. लेकिन ये देश की उम्मीदों का बोझ बखूबी उठा रहे हैं. 17-17 साल के ये दोनों खिलाड़ी देश के नए शूटिंग (Shooting) स्टार हैं. शूटिंग की यह नई जोड़ी हाल ही में रियो डि जनेरियो से 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में आईएसएसएफ वर्ल्ड कप (ISSF World Cup) का गोल्ड मेडल जीतकर लौटी है. अब भारतीय खेलप्रेमी इन दोनों से ओलंपिक गोल्ड की उम्मीदें लगाए बैठे हैं. 

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कम उम्र में ही कामयाबी का शिखर चूमने वाली मनु भाकर (Manu Bhaker) और सौरभ चौधरी (Saurabh Chaudhary) भले ही एक ही खेल खेलते हैं. दोनों हमउम्र भी हैं. लेकिन दोनों की आदतें एकदम जुदा हैं. मनु भाकर इस बारे में बताती हैं, ‘हम दोनों का व्यक्तित्व बिलकुल अलग है. हम ज्यादा बातें नहीं करते. हम दोनों ही एकदूसरे से ज्यादा अपने-अपने व्यक्तिगत खेल पर ज्यादा ध्यान देते हैं. मुझे लगता है कि इसका बतौर जोड़ी हमें फायदा भी मिलता है.’

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रियो में हुए शूटिंग विश्व कप में मनु और सौरभ की जोड़ी पहली बार बनाई गई थी. इन दोनों ने पहली ही बार में मिक्स्ड टीम का गोल्ड जीत लिया. मनु, जिन्हें बातें करना पसंद है और उनके पास हर सवाल का जवाब है वे कहती हैं, ‘फाइनल में जब हम पिछड़ गए थे, तब मैं दबाव महसूस कर रही थी. मैंने तब सोचा कि अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की कोशिश करती हूं. फिर जो भी होगा, देखा जाएगा.’ सौरभ ज्यादातर शांत रहते हैं और मनु के मुताबिक वे खेल के दौरान भी ज्यादा बातें नहीं करते. 


ओलंपिक गोल्ड के सवाल पर मनु कहती हैं, ‘मैं इतना दूर की नहीं सोचती. मैं सिर्फ अगले टूर्नामेंट के बारे में सोचती हूं और उसकी तैयारी करती हूं. अभी एशियन चैंपियनशिप होनी है और मेरा ध्यान इसी पर है. मैं अभी से ओलंपिक के बारे में नहीं सोच रही हूं.’ हरियाणा की मनु और उत्तर प्रदेश के सौरव मुख्य रूप से सिंगल्स इवेंट में हिस्सा लेते हैं.