World Boxing Championships में भारतीय बॉक्सरों का कमाल, शिव थापा ने भी जीता अपना मैच
भारतीय बॉक्सरों ने एआईबीए विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में कमाल कर दिया है. शिव थापा (63.5 किग्रा) ने एकतरफा जीत के साथ दूसरे दौर में जगह बनाई.
नई दिल्ली: अनुभवी शिव थापा (63.5 किग्रा) ने एकतरफा जीत के साथ एआईबीए विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप के दूसरे दौर में जगह बनाई जबकि टूर्नामेंट में पदार्पण कर रहे दीपक बोहरिया (51 किग्रा)ने मंगलवार को यहां अपने शुरुआती मुकाबले में आसान जीत के साथ प्री क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया.
वर्ल्ड चैंपियनशिप में भारत का कमाल
तीसरी बार विश्व चैंपियनशिप में हिस्सा ले रहे पांच बार के एशियाई पदक विजेता शिव ने एकतरफा मुकाबले में कीनिया के विक्टर नियाडेरा के खिलाफ 5-0 से जीत दर्ज की. इस भारतीय ने मुकाबले के दौरान अपने छोटे कद को बाधा नहीं बनने दिया और नियाडेरा पर दमदार जवाबी हमले किए. एशियाई चैंपियनशिप के रजत पदक विजेता दीपक ने भी किर्गिस्तान के अजात उसेनालीव के खिलाफ राउंड आफ 16 मुकाबले में 5-0 की जीत के दौरान विरोधी मुक्केबाज का कोई मौका नहीं दिया.
30 अक्टूबर को अगला मैच
इस टूर्नामेंट में 2015 में कांस्य पदक जीतने वाले शिव अंतिम 32 दौर में सिएरा लियोन के जॉन ब्राउन से भिड़ेंगे। यह मैच 30 अक्टूबर से खेला जाएगा. दीपक की राह हालांकि आसान नहीं होगी. उन्हें एक नवंबर को कजाखस्तान के साकेन बिबोसिनोव से भिड़ना है जो ओलंपिक और विश्व चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता हैं. इससे पहले सोमवार रात को पदार्पण कर रहे आकाश सांगवान (67 किग्रा) ने तुर्की के फुरकान एडम पर 5-0 की आसान जीत से दूसरे दौर में प्रवेश किया.
सांगवान पर भी होंगी नजरें
मौजूदा राष्ट्रीय चैंपियन सांगवान का अगला मुकाबला जर्मनी के डेनियल क्रोटर से होगा जिन्हें पहले दौर में बाइ मिली है. कल रात खेले गये मुकाबले में भारतीय मुक्केबाज ने शुरू से एडम पर दबदबा बनाकर एकतरफा जीत हासिल की. पदार्पण कर रहे एक अन्य खिलाड़ी रोहित मोर (57 किग्रा) ने इक्वाडोर के जीन कैसेडो को 5-0 से हराया था. उनका अगला मुकाबला बोस्निया हर्जेगोविना के एलन राहिमिच से होगा. एशियाई चैंपियन संजीत (92 किग्रा) और सचिन कुमार (80 किग्रा) को पहले दौर में बाइ मिली है. सचिन 30 अक्टूबर को दूसरे दौर में अमेरिका के रॉबी गोंजालेज जबकि संजीत 29 अक्टूबर को रूस के आंद्रे स्तोस्की से भिड़ेंगे. इस चैंपियनशिप में 100 देशों के 600 से अधिक मुक्केबाज भाग ले रहे हैं. कुछ भार वर्गों में मुक्केबाजों को क्वार्टर फाइनल में पहुंचने के लिये कम से कम तीन मुकाबले जीतने होंगे.