नई दिल्ली: पहलवान बजरंग पूनिया को इस साल राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्ड (Rajiv Gandhi Khel Ratna Award) से सम्मानित किया जाएगा. बजरंग पूनिया (Bajrang Punia) को कुश्ती (Wrestling) के क्षेत्र में लगातार अच्छा करने के लिए अवॉर्ड दिया जाएगा. यह अवॉर्ड खेल के क्षेत्र में दिया जाने वाला भारत का सर्वोच्च सम्मान है. भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) ने पूनिया के साथ ही महिला पहलवान विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) को यह अवॉर्ड देने की सिफारिश की थी. पूनिया ने पिछले साल एशियन गेम्स और कॉमनवेल्थ गेम्स में भी स्वर्ण पदक जीता था. 

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इस मामले से जुड़े एक सूत्र ने बजरंग पूनिया को खेल रत्न अवॉर्ड (Khel Ratna Award) के लिए चुने जाने जानकारी दी. पूनिया ने हाल ही में तबिलिसी ग्रांप्री में गोल्ड मेडल अपने नाम किया था. वे ईरान के पेइमान बिबयानी को मात देकर 65 किग्रा वर्ग में सोने का तमगा जीतने में सफल रहे थे. अपने भारवर्ग में मौजूदा नंबर-1 खिलाड़ी पूनिया ने चीन में आयोजित एशियन चैंपियनशिप में जीत हासिल कर एशियाई महाद्वीप में अपनी बादशाहत साबित की थी. 

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पिछले साल भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली और वेटलिफ्टर मीराबाई चानू को खेल रत्न अवॉर्ड मिला था. पिछले साल अपना नाम खेल रत्न के लिए न आने के बाद पूनिया ने नाराजगी जताई थी और उस समय के खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर से मुलाकात कर निराशा जाहिर की थी. पहला खेल रत्न पुरस्कार शतरंज खिलाड़ी विश्वनाथ आनंद को 1991-92 में मिला था. 

भज्जी का दावा देरी के कारण खारिज
इस साल के खेल रत्न अवॉर्ड के लिए क्रिकेटर हरभजन सिंह ने भी फॉर्म जमा किया था. लेकिन खेल मंत्रालय ने उनका फॉर्म खारिज कर दिया गया. बताया गया कि उनका फॉर्म तय समय के बाद पहुंचा था. ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह ने इस मामले की जांच की मांग की थी. उन्होंने कहा था, ‘मैं पंजाब सरकार के खेल मंत्री से गुजारिश करना चाहता हूं कि वे इस मामले में जांच करें कि क्यों मेरे नामंकन में देरी की गई. जहां तक मेरी बात है तो मैंने 20 मार्च तक फॉर्म जमा कर दिया था. अगर यह समय पर होता तो मुझे इस साल यह अवॉर्ड मिल सकता था.’