CEO ने की वीडियो कॉल और 200 कर्मचारियों की कर दी छुट्टी, जानें पूरा मामला
Layoffs: यूएस बेस्ड कंपनी Frontdesk ने 200 कर्मचारियों की छुट्टी कर दी. कर्मचारियों को यह खबर वीडियो के जरिए दी गई, जिसे सुनकर उनके होश उड़ गए. इस खबर के बाद से कर्मचारी अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं. आइए आपको इसके बारे में विस्तार से बताते हैं.
हाल ही में भारत में ऑनलाइन पेमेंट ऐप Paytm से कर्मचारियों के Layoff के खबर आई थी, जहां कई कर्मचारियों को निकाल दिया गया था. अब ऐसा ही एक अमेरिका से सामने आया है. यहां यूएस बेस्ड कंपनी Frontdesk ने 200 कर्मचारियों की छुट्टी कर दी. कर्मचारियों को यह खबर वीडियो के जरिए दी गई, जिसे सुनकर उनके होश उड़ गए. इस खबर के बाद से कर्मचारी अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं. सवाल यह है कि आखिर ने एकसाथ इतने कर्मचारियों को क्यों निकाल दिया. आइए आपको इसके बारे में विस्तार से बताते हैं.
रिपोर्ट में हुआ खुलासा
TechCrunch की रिपोर्ट के मुताबिक फ्रंटडेस्क कंपनी ने बड़ी संख्या में अपने कर्मचारियों को निकाल दिया है. निकाले गए कर्मचारियों में फुल टाइम, पार्ट टाइम कर्मचारी और ठेकेदार शामिल हैं. Google Meet कॉल के दौरान कर्मचारियों को इसकी सूचना दी गई. इस कदम के बाद से कई लोग कंपनी में अपने भविष्य को लेकर परेशान हैं.
CEO ने वीडियो कॉल पर दी जानकारी
जानकारी के मुताबिक कंपनी के सीईओ जेसी डेपिंटो ने कॉल की, जिसमें कर्मचारियों के लेऑफ के बारें में जानकारी दी गई. इसमें फ्रंटडेस्क कंपनी को राज्य रिसीवरशिप के लिए फाइल करने का भी उल्लेख किया गया, जो दिवालियापन का एक विकल्प है. इस कदम के बाद से कंपनी से संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन कंपनी चुप्पी साधे हुए है.
कब शुरू हुई थी कंपनी
जानकारी के मुताबिक फ्रंटडेस्क कंपनी की स्थापना 2017 में हुई. इसने JetBlue Ventures, Veritas Investments और Sand Hill Angels जैसे निवेशकों से लगभग 26 मिलियन डॉलर का वित्तीय पोषण प्राप्त किया था. स्टार्टअप ने फुल बिल्डिंग मैनेजमेंट पर केंद्रित एक नई रणनीति तैयार कर ब्रिज राउंड के माध्यम से फंडिंग जुटाने का प्रयास किया था. मगर कंपनी का यह प्रयास सफल नहीं हो पाया, जिससे कंपनी के संचालन में परेशानियां हुईं.
हालांकि, इसके बाद कंपनी अतिरिक्त पूंजी प्राप्त करने के लिए आशान्वित दिखाई दी, जो हालिया जॉब पोस्टिंग से स्पष्ट होता है. मगर कंपनी को कई संपत्तियों का किराया देने में संघर्ष करना पड़ा. फ्रंटडेस्क को बहुत सारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा. इससे बिजनेस को चलाना मुश्किल हो गया. बताया जा रहा है इसी वजह से कंपनी को कई कर्मचारियों को निकालना पड़ा. इससे वहां काम करने वाले लोगों को निराशा और भविष्य को लेकर चिंता हुई.