IT कंपनी Cognizant ने अपने वर्क फ्रॉम होम कर रहे कर्मचारियों को ऑफिस वापस आने के लिए सख्त हिदायत दी है. LiveMint की रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी ने यह साफ कर दिया है कि जो कर्मचारी बार-बार याद दिलाए जाने के बाद भी ऑफिस वापस नहीं आते हैं उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सकती है, जिसमें नौकरी से निकालना भी शामिल है.


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15 अप्रैल को लिखा गया लेटर


Cognizant ने 15 अप्रैल को एक चिट्ठी जारी कर अपने कर्मचारियों को याद दिलाया कि कंपनी के नियमों के अनुसार दफ्तर आना जरूरी है. कंपनी का कहना है कि अगर कोई कर्मचारी बार-बार बताए जाने के बाद भी दफ्तर नहीं आता है तो ये कंपनी के नियमों के खिलाफ माना जाएगा और उसकी नौकरी भी जा सकती है. रिपोर्ट के मुताबिक, कर्मचारियों को भेजे गए लेटर में लिखा गया है कि, 'अगर आप कंपनी के दफ्तर आने के निर्देशों का पालन नहीं करते हैं तो ये कंपनी के नियमों को तोड़ना माना जाएगा. ऐसे में आपके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सकती है, जिसमें नौकरी से निकालना भी शामिल है.'


पहले दे चुके हैं हिदायत


ये सख्त हिदायतें दरअसल फरवरी से ही चल रही हैं. उस वक्त Reuters की रिपोर्ट के अनुसार, Cognizant के CEO, रवि कुमार एस ने एक चिट्ठी में बताया था कि भारत में रहने वाले सभी कर्मचारियों को हफ्ते में औसतन तीन दिन दफ्तर आना होगा. हालांकि, ये ठीक से पता नहीं चला था कि ये नियम कब से लागू होगा. लेकिन हालिया चिट्ठी से कंपनी की उम्मीदें और नियम न मानने पर होने वाली कार्रवाई साफ हो गई है.


ये नियम भारत के लिए क्यों अहम


Cognizant के लिए भारत बहुत अहम है. कंपनी की सालाना रिपोर्ट के अनुसार, दुनियाभर में काम करने वाले कुल 347,700 कर्मचारियों में से करीब 254,000 कर्मचारी भारत में ही हैं. यानी भारत, Cognizant के कर्मचारियों का सबसे बड़ा केंद्र है. इसलिए कंपनी का ये दफ्तर वापसी का नया नियम खासकर भारत के लिए काफी अहम है.


बताए ऑफिस आने के फायदे


कंपनियां अपने कर्मचारियों को वापस दफ्तर बुलाने के लिए कई कारण बताती हैं. उनका मानना है कि दफ्तर में साथ काम करने से नये आइडियाज निकलते हैं, टीम वर्क मजबूत होता है और कंपनी का माहौल भी अच्छा बनता है. साथ ही, कुछ कंपनियों को खास जानकारी या मुश्किल प्रोजेक्ट्स पर काम करना होता है, ऐसे में दफ्तर में रहने से काम की सुरक्षा और निगरानी आसान हो जाती है.