Covid-19 New Wave Fake WhatsApp Messages: हर कोई स्मार्टफोन का इस्तेमाल करता है और सोशल मैसेजिंग प्लेटफॉर्म वॉट्सएप का इस्तेमाल लगभग हर भारतीय करता है. इस ऐप से तुरंत फोटो, वीडियो और मैसेज भेजे जाते हैं. लेकिन इसी ऐप्स से फेक मैसेज भी भेजे जाते हैं, जिससे कई लोग भ्रमित हो जाते हैं और वो भी अपने को शेयर करने लगते हैं. वॉट्सएप पर प्रसारित होने वाली हालिया हाइलाइट्स में से एक संदेश है जो दावा करता है कि ओमिक्रॉन का एक्सबीबी सबवेरिएंट डेल्टा की तुलना में घातक है.


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Covid-19 को लेकर वायरल हो रहा फेक मैसेज


चीन में कोविड के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, ऐसे में भारतीयों को डराने के लिए वॉट्सएप पर एक फेक मैसेज वायरल किया जा रहा है. फेक मैसेज के मुताबिक नया वेरिएंट डेल्टा वायरस से कहीं ज्यादा घातक है. मैसेज में दावा किया गया है कि एक्सबीबी सबवैरिएंट पांच गुना अधिक घातक है और इससे मरने वालों की संख्या काफी बढ़ सकती है. साथ ही बताया गया है कि यह बाकी वैरिएंट से काफी अलग है. 


स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया फेक


स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसे पूरी तरह से गलत बताया है और इसे नकली और भ्रामक बताया है. मंत्रालय ने लोगों को इस मैसेज पर विश्वास करने और बढ़ाने न देने की सलाह दी है. सवाल उठता है कि इन मैसेज पर लोग कैसे विश्वास कर लेते हैं. इसका जवाब है कि मैसेज इस प्रकार भेजे जाते हैं, जिससे यह बिल्कुल असली लगते हैं. मैसेज को डिटेल में लिखा जाता है. जिससे लगता है कि किसी ऑफिशियल ने यह बयान दिया है. लेकिन समझदारी है कि इसको अच्छे से चेक करें और फॉर्वड न करें. आइए बताते हैं असली और नकली मैसेज को कैसे पहचानें...


लेबल चेक करें: जब भी आपको कोई मैसेज फॉर्वड करे तो उस पर 'फॉरवर्डेड मल्टीपल टाइम' मार्क दिखाता है. जिससे समझ आता है कि इसको कई बार फॉर्वड किया गया है और उनको भी किसी और ने भेजा है. 


फैक्ट चेक: फोटो और वीडियो को फोटोशॉप किया जा सकता है. मीडिया का सावधानीपूर्वक एनालिसिस करें और दूसरी रिपोर्ट से क्रॉस चेक करें. 


नकली होने पर रिपोर्ट करें: अगर आपको किसी अनजान नंबर से मैसेज प्राप्त हुआ है तो उसे क्रॉस चेक करें. अगर मैसेज फेक है तो तुरंत रिपोर्ट करें. उस पर वॉट्सएप उचित कार्रवाई करेगा. 


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