भारत सरकार ने हाल ही में देश भर में लाखों स्मार्टफोन यूजर्स को प्रभावित करने वाली एक महत्वपूर्ण चेतावनी जारी की है. साइबर सुरक्षा के लिए जिम्मेदार सरकारी एजेंसी, भारतीय कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (CERT-In), ने एंड्रॉइड स्मार्टफोन के विभिन्न मॉडलों में महत्वपूर्ण कमजोरियां पहचान ली हैं. ये खामियां एक बड़ा खतरा पैदा करती हैं क्योंकि इनसे हैकर्स संभावित रूप से यूजर्स की संवेदनशील व्यक्तिगत जानकारी तक अनधिकृत पहुंच प्राप्त कर सकते हैं. 


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किन यूजर्स को खतरा?


CERT-In ने जांच की और पाया कि Android फोन में कई गड़बड़ियां हैं जो किसी भी तरह का कोड चलाने देती हैं. इससे लोगों का डेटा चोरी हो सकता है. Android 12, 13, 14 और 15 वाले बहुत सारे लोगों को खतरा है.  एजेंसी का कहना है कि लगभग 2 करोड़ लोग इस तरह के साइबर हमलों के शिकार हो सकते हैं. अगर इन गड़बड़ियों का फायदा उठाया गया तो लोगों के पैसे भी चोरी हो सकते हैं क्योंकि हैकर्स इस डेटा का गलत इस्तेमाल कर सकते हैं.


इन गड़बड़ियों की वजह कई हैं, जैसे Android ऑपरेटिंग सिस्टम का कोर फ्रेमवर्क, सिस्टम के अलग-अलग हिस्से, Google Play सिस्टम के अपडेट और MediaTek और Qualcomm के कुछ खास हिस्से. ये हिस्से आजकल बाजार में मिलने वाले बहुत सारे स्मार्टफोन में इस्तेमाल होते हैं.


इन फोन कंपनियों के यूजर्स को खतरा


भारत में बहुत सारे स्मार्टफोन ब्रांड जैसे Xiaomi, Vivo, Samsung, OnePlus, Realme, Motorola, Redmi और Poco, MediaTek या Qualcomm के हिस्सों पर निर्भर करते हैं. इससे इन फोन के यूजर्स को साइबर हमलों का खतरा बढ़ जाता है क्योंकि हैकर्स इन हिस्सों में मौजूद कमजोरियों का फायदा उठाकर फोन में घुस सकते हैं और लोगों का डेटा चोरी कर सकते हैं.


सरकार की सलाह


CERT-In ने सभी Android फोन यूजर्स को कहा है कि वो जल्दी से अपने फोन में सिक्योरिटी अपडेट करें. ऐसा करने से साइबर हमलों से बच सकते हैं और आपके डेटा को चोरी होने से बचा सकते हैं. यह सलाह CERT-In पहले भी दे चुका है और बार-बार कहता है कि यूजर्स को अपने फोन को अपडेट रखना चाहिए.