Moisture Control: अगर आपके कूलर ने नमी की वजह से काम करना बंद कर दिया है और इसकी वजह से पूरे कमरे में चिपचिपी गर्मी हो रही है तो अब आप आसान से ट्रिक्स जानकर इस समस्या से बड़ी ही आसानी से निपट सकते हैं. बारिश के मौसम में ये समस्या बेहद ही आम है लेकिन आप अगर इससे छुटकारा चाहते हैं तो आज हम आपको इससे निपटने के तरीकों के बारे में बताने जा रहे हैं.  


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वॉटर पंप के इस्तेमाल से बचकर 


अगर आप वॉटर पंप का इस्तेमाल उमस वाले महीने में कर रहे हैं तो आपको काफी परेशानी हो सकती है क्योंकि माहौल में पहले से ही काफी नमी होती है. ऐसे में अगर आप कूलर का इस्तेमाल कर रहे हैं और वॉटर पंप भी चला रहे हैं तो पानी उड़ेगा नहीं और नमी और भी ज्यादा बढ़ जाएगी जिसकी वजह से गर्मी महसूस होने लगती है. ऐसा करने पर कुछ लोगों को सांस लेने में भी दिक्कत भी हो सकती है. 


कूलर के पैनल डिटैच करके 


आम तौर पर ज्यादातर लोग मानसून के मौसम में कूलर में लगे हुए पंप का इस्तेमाल बंद कर देते हैं. हालांकि आप अगर इस नमी के मौसम में भी अच्छी-खासी कूलिंग चाहते हैं तो आपको कुछ भी नहीं करना है. दरअसल कूलर का वॉटर पंप पहले से ही बंद होता है और इसके बाद आपको बस कूलर के पैनल्स को निकालना होता है. इन पैनल्स को अलग करने के बाद एयर इंटेक बढ़ जाता है. जिसकी वजह से उमस में थोड़ी राहत मिलती है और कूलिंग होती है. 


कूलर की स्पीड बढ़ाकर 


मान लीजिए कि आप कूलर को मीडियम स्पीड पर चला रहे हैं और इससे ह्यूमिडिटी कम होने का नाम नहीं ले रही है तो आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है. दरअसल आप अगर कूलर की स्पीड को मीडियम से हाई कर देते हैं तो बड़ी ही आसानी से ह्यूमिडिटी को कम किया जा सकता है. दरअसल स्पीड बढ़ने की वजह से कूलर ज्यादा हवा थ्रो करता है जिसकी वजह से ह्यूमिडिटी कम हो जाती है.