अव पिछले कुछ हफ्तों में शेयर ट्रेडिंग घोटालों के कई मामले सामने आए हैं. दर्जनों लोगों ने व्हाट्सएप पर किसी फाइनेंस ग्रुप को जॉइन करने के बाद अपना पैसा खोने का दुखड़ा बताया है. ये ग्रुप लोगों को शेयर बाजार में पैसा लगाने के लिए बोलते थे, मगर अंत में लोगों को घाटा ही हुआ. ज्यादातर मामलों में व्हाट्सएप पर बातचीत करके लोगों को फंसाया गया, लेकिन ऐसा लगता है कि सिर्फ व्हाट्सएप ही नहीं बल्कि और भी तरीके से ये स्कैमर लोगों को ठगने की कोशिश करते हैं. हाल ही में मंगलुरु की एक महिला को ऑनलाइन शेयर बाजार के जालसाजी में 74.1 लाख रुपये का घाटा हुआ है.


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क्या है मामला?


व्हाट्सएप ग्रुप ही नहीं, इंस्टाग्राम पर भी जालसाज एक्टिव हैं. एक रिपोर्ट के मुताबिक, 15 मार्च को एक महिला इंस्टाग्राम चला रही थीं, तभी उनकी नजर शेयर ट्रेडिंग के बारे में एक ऐड पर पड़ी. इस ऐड में बहुत ज्यादा कमाई का झांसा दिया गया था. महिला को अच्छा मुनाफा कमाने का लालच दे दिया गया और उन्होंने विज्ञापन पर क्लिक कर दिया. क्लिक करने के बाद उन्हें शेयर ट्रेडिंग के बारे में जानकारी देने वाले पेज पर ले जाया गया.


उस विज्ञापन में एक फोन नंबर भी दिया गया था. महिला ने उस नंबर पर सिर्फ जानकारी पाने के लिए मैसेज कर दिया. जल्द ही उन्हें व्हाट्सएप पर किसी अनजान व्यक्ति का मैसेज आया. वो शख्स शेयर बाजार के बारे में काफी जानकार और भरोसेमंद लग रहा था. उसने महिला को एक लिंक भेजा, जिसे क्लिक करने पर उन्हें "D101 Artemis Seminar Group" नाम के ग्रुप में शामिल कर लिया गया.


ऐसे फसाया जाल में


उस ग्रुप में महिला को शेयर बाजार के बारे में लगातार जानकारी और अपडेट मिलते रहे, जो देखने में असली और फायदेमंद लग रहे थे. 25 अप्रैल को उन्हें एक और लिंक भेजा गया, जिससे वो "आर्टेमिस प्रॉफिट ट्रेडिंग" नाम की कंपनी में अपना शेयर बाजार का खाता खोल सकें. जालसाज ने उन्हें ये भी बताया कि जितना ज्यादा पैसा लगाएंगी, उतना ही ज्यादा मुनाफा होगा. ये जालसाजी करने वालों की एक आम चाल है, जिससे वो लोगों को ज्यादा से ज्यादा पैसा लगाने के लिए फसाते हैं.


ऐसे डाल दिए 73.6 लाख रुपये


शुरूआत में महिला थोड़ा सतर्क थी और उसने सिर्फ 10,000 रुपये लगाए. लेकिन धीरे-धीरे ज्यादा कमाई के झांसे और उस शख्स की मीठी बातों में आकर उसने और भी पैसा लगा दिया. 15 मार्च से 4 जुलाई के बीच उसने कई बार अलग-अलग बैंक खातों में कुल 73.6 लाख रुपये जमा कर दिए. इतना ही नहीं, उसने "आर्टेमिस प्रॉफिट ट्रेडिंग" कंपनी को सीधे 50,000 रुपये भी दे दिए.


नहीं निकाल पाई पैसे


महिला को तब पता चला कि ये सब धोखाधड़ी है जब उसने अपने पैसे वापस निकालने की कोशिश की. उसने कई बार कोशिश की लेकिन अपना पैसा निकाल ही नहीं पाई.  ये समझने के बाद पीड़िता ने तुरंत साइबर क्राइम और आर्थिक अपराध शाखा (सीईएन) को इस घटना की जानकारी दे दी. फिलहाल इस मामले की जांच चल रही है, लेकिन ये घटना ऑनलाइन धोखाधड़ी के बढ़ते मामलों को दर्शाती है और ये बताती है कि इंटरनेट इस्तेमाल करने वालों को ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है.