अब China की खैर नहीं! TATA करेगा Apple की मदद, iPhone बनाने के लिए आदिवासी महिलाओं को दे रहा Job
Made In India iPhone: भारत अब चीन को जोरदार झटका देने जा रहा है. बेंगलुरु के पास होसुर में एक नया प्लांट आ रहा है जिसमें 60,000 कर्मचारियों को Apple iPhone बनाने के लिए नियोजित किया जाएगा.
भारत सरकार लंबे समय से Apple के iPhone के लिए 'मेड इन इंडिया' टैग चाहती थी और जबकि पहले से ही कुछ प्लान्ट्स ऐसा कर रहे हैं, बेंगलुरु के पास होसुर में एक नया प्लांट आ रहा है जिसमें 60,000 कर्मचारियों को Apple iPhone बनाने के लिए नियोजित किया जाएगा. दूरसंचार और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पुष्टि की, उन्होंने पुष्टि की कि नया प्लान्ट भारत में सबसे बड़ी आईफोन निर्माण सुविधा होगी और झारखंड की आदिवासी महिलाओं को रोजगार देगी.
मंत्री ने कहा, 'Apple का iPhone अब भारत में बन रहा है और भारत में इसका सबसे बड़ा प्लांट बेंगलुरु के पास होसुर में स्थापित किया जा रहा है. 60,000 लोग एक ही कारखाने में काम करते हैं। इन 60,000 कर्मचारियों में से पहले 6,000 कर्मचारी रांची और हजारीबाग के आस-पास की आदिवासी बहनें हैं. जनजातीय बहनों को एप्पल आईफोन बनाने का प्रशिक्षण दिया गया है.'
होसुर में आईफोन फैक्ट्री जल्द ही आ रही है
गैजेट्स 360 की रिपोर्ट यह भी पुष्टि करती है कि Apple ने पहले ही iPhone के एनक्लोजर को Tata Electronics को आउटसोर्स कर दिया है, जिसका पहले से ही होसुर में एक प्लांट है. टाटा भी भारत में आईफोन मैन्युफैक्चरिंग गेम में कूदना चाहता है, जिससे स्थानीय नौकरियों और स्थानीय उत्पादन में मदद मिल सके. फिलहाल, Apple iPhones का निर्माण भारत में तीन अनुबंध निर्माताओं - फॉक्सकॉन, पेगाट्रॉन और वोस्ट्रॉन द्वारा किया जाता है.
भारत में बन रहे हैं iPhone 14
फॉक्सकॉन ने हाल ही में भारत में iPhone 14 का निर्माण शुरू किया है और कुछ पुराने iPhone मॉडल भी बनाती है. स्थानीय विनिर्माण ने Apple को iPhone की कीमत कम करने में मदद नहीं की, यह देखते हुए कि ये योजनाएं केवल भारत में उपकरणों को इकट्ठा करती हैं. यह देखा जाना बाकी है कि क्या होसुर सुविधा ने भारत में iPhone के प्रो वेरिएंट के निर्माण के लिए Apple को प्रेरित किया. भारत ने अब तक केवल स्टेंडर्ड iPhone मॉडल और iPhone SE वेरिएंट का निर्माण किया है. प्रो वर्जन चीन से सीबीयू के रूप में आयात किए जाते हैं और इसके परिणामस्वरूप लागत अधिक होती है.
चीन से उठा भरोसा
एप्पल भी अगले कुछ सालों में अपनी मैन्युफैक्चरिंग चीन से भारत में शिफ्ट करना चाहती है और इसके पीछे की वजह चीन पर निर्भरता कम करना है. इसके अतिरिक्त, चीन के हालिया COVID लॉकडाउन ने iPhones के निर्माण को प्रभावित किया है, वह भी ऐसे समय में जब Apple अपने अधिक महंगे iPhone 14 Pro और iPhone 14 Pro Max की मांग में वृद्धि देख रहा है.
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