रिलायंस इंडस्ट्रीज अफ्रीका के मोबाइल ब्रॉडबैंड मार्केट में एंट्री कर रही है. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, एशिया के सबसे अमीर आदमी मुकेश अंबानी अफ्रीका में तेजी से बढ़ते मोबाइल बाजार में ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए एक नई टेलीकॉम कंपनी शुरू करने जा रहे हैं. रिपोर्ट के अनुसार, रिलायंस इंडस्ट्रीज की ही एक सब-कंपनी रेडिसिस कॉर्प. घाना की कंपनी नेक्स्ट-जेन इंफ्राको को मोबाइल नेटवर्क बनाने के लिए जरुरी उपकरण, एप्स और स्मार्टफोन्स मुहैया कराएगी. नेक्स्ट-जेन इंफ्राको के डायरेक्टर हरकिरत सिंह के मुताबिक, यह पार्टनरशिप अफ्रीका में किफायती दामों पर मोबाइल इंटरनेट सेवाएं देने में मदद करेगी.


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घाना को प्रोवाइड कराएगी 5जी नेटवर्क


हरकिरत सिंह ने बताया है कि उनकी कंपनी नेक्स्ट-जेन इंफ्राको जल्द ही मुंबई में लॉन्च होने वाली है. ये कंपनी घाना में दूसरे टेलीकॉम ऑपरेटरों और इंटरनेट प्रोवाइडर्स को नई 5G टेक्नॉलजी मुहैया कराएगी. उनका मकसद कम दामों में अफ्रीका जैसे विकासशील देशों में इंटरनेट सेवाएं पहुंचाना है. इस काम में उनके साथ कई बड़ी कंपनियां जुड़ी हैं, जिनमें रिलायंस की ही एक सब-कंपनी रेडिसिस शामिल है जो नेटवर्क के उपकरण, एप्स और स्मार्टफोन्स मुहैया कराएगी. इसके अलावा जानी-मानी कंपनियां नोकिया, माइक्रोसॉफ्ट और टेक महिंद्रा भी इस प्रोजेक्ट में मदद करेंगी.


3 करोड़ 30 लाख की आबादी वाला देश है घाना


घाना, साउथ अफ्रीका का एक देश है, जिसकी आबादी लगभग 3 करोड़ 30 लाख है. वहां अभी तीन मुख्य मोबाइल नेटवर्क कंपनियां हैं: MTN घाना, वोडाफोन घाना और सरकारी कंपनी एयरटेल टिगो. हरकिरत सिंह का कहना है कि NGIC के पास एडवांस टेक्नॉलजी है और वो घाना में इंटरनेट सेवाएं कम दाम पर देने में सफल होंगे. ऐसा इसलिए होगा क्योंकि उनके पास बाकी कंपनियों के मुकाबले एक फायदा है - घाना में सिर्फ उन्हीं के पास 5G टेक्नॉलजी लाने का लाइसेंस है. साथ ही NGIC की मजबूत टीम और उनके बड़े पार्टनर भी उनकी सफलता में मदद करेंगे. आमतौर पर अकेली मोबाइल कंपनी के लिए इतनी बड़ी सेवा शुरू करना मुश्किल होता है, लेकिन NGIC को भरोसा है कि वो ये कर पाएंगे.


अफ्रीका में अपनाएगा भारत का फार्मूला


Reliance कंपनी जो भारत में Jio चलाती है, उसने कम दाम में इंटरनेट और फ्री कॉल की सुविधा देकर पूरे मोबाइल बाजार को बदल दिया था. उसी तरह अब वो अफ्रीका में भी ऐसा करना चाहती है. Ghana में वो NGIC नाम की कंपनी के साथ मिलकर लोगों को सस्ते दामों पर इंटरनेट सेवाएं और स्मार्टफोन देने की कोशिश करेंगी. ये साझेदारी भारत के लिए इसलिए भी खास है क्योंकि इससे चीन को टक्कर मिल सकती है जो अफ्रीका में काफी तेजी से अपना दबदबा बढ़ा रहा है.


Reliance और उनकी बाकी पार्टनर कंपनियों के पास अभी NGIC नाम की कंपनी के शेयर नहीं हैं. मगर आगे चलकर वो जो भी पेमेंट्स करेंगे, उन्हें NGIC के शेयरों में बदला जा सकता है. हरकिरत सिंह, जो NGIC के डायरेक्टर हैं, ये बताना चाहते हैं कि पहले वो अपनी क्षमता साबित करना चाहते हैं, उसके बाद ही वो अपने पार्टनर्स को कंपनी में शामिल करेंगे.