ओला के सीईओ भविष अग्रवाल ने Infosys के को-फाउंडर नारायण मूर्ति की 70 घंटे काम करने की सलाह का समर्थन किया है. एएनआई के साथ एक पॉडकास्ट इंटरव्यू में, अग्रवाल ने कहा कि वह खुद पूरे हफ्ते, हर दिन 20 घंटे काम करते हैं. यह पहली बार नहीं है जब अग्रवाल ने काम के घंटे बढ़ाने पर अपने विचार व्यक्त किए हैं. उन्होंने पहले भी सोशल मीडिया पर मूर्ति के विचार का समर्थन किया था.


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क्या बोले OLA Ceo?


जब मूर्ति की 70 घंटे हफ्ते में काम करने की सलाह के बारे में पूछा गया, तो अग्रवाल ने कहा कि "मुझे और भी ज्यादा मेहनत करनी चाहिए, और मैं युवाओं को उनका (मूर्ति का) ये निर्देश देने के पूरी तरह से साथ हूं. मुझे लगता है कि उन्हें अपनी कंपनी की हालत की वजह से वापस आना पड़ा, है ना? वापसी के बाद उन्होंने काफी योगदान दिया और कंपनी को घाटे से निकाला.


बोले- स्टीव जॉब्स का फैन हूं...


जब उनसे पूछा गया कि क्या वो Apple के दीवाने हैं, तो ओला के CEO ने जवाब दिया कि वो पहले भी और अब भी स्टीव जॉब्स के बहुत बड़े फैन हैं. उन्होंने यह भी कहा कि स्टीव जॉब्स उनकी 'बचपन से इंस्पिरेशनल' रहे हैं. 'मैं Apple के सभी प्रोडक्ट्स इस्तेमाल करता हूं और सचमुच मानता हूं कि वो बेहतरीन इंजीनियरिंग और डिजाइन वाले प्रोडक्ट हैं.' 


इंटरव्यू के दौरान, अग्रवाल ने कई विषयों पर चर्चा की, जिनमें सप्लाई चेन मैनेजमेंट की अहमियत, भारत का डेटा विदेशों को बेचा जाना और भारत में स्टार्टअप का बूम शामिल हैं. खास बात यह है कि उन्होंने 'टेक्नो-कोलोनिअलिज्म' शब्द गढ़ा. इसका मतलब उन्होंने आज के दौर की उस समस्या को बताया, जहां भारत का डेटा विदेशी कंपनियों के बड़े डेटा सेंटरों में चला जाता है. वहां इस डेटा को प्रोसेस किया जाता है, और फिर उसे वापस भारत को बेचा जाता है, वो भी डॉलर में.