Snapchat ने डिसेबल किया लोकेशन शेयरिंग फीचर, जानिए कंपनी को क्यों उठाना पड़ा ये कदम
Snapchat disabled Solar System Feature: इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप स्नैपचैट यंगस्टर्स के बीच यह ऐप काफी पॉपुलर है. हाल ही में स्नैपचैट ने अपने एक फीचर को डिसेबल कर दिया है, जिसका नाम सोलर सिस्टम है. आइए आपको इस फीचर के बारे में विस्तार से बताते हैं.
Snapchat Feature: स्नैपचैट एक इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप है, जिसका युवा पीढ़ी (Gen Z) काफी इस्तेमाल करती है. यंगस्टर्स के बीच यह ऐप काफी पॉपुलर है. इस ऐप में मजेदार फिल्टर्स और कई तरह की चीजें मिलती हैं. लेकिन, कुछ फीचर्स की वजह से स्नैपचैट को आलोचना का भी सामना करना पड़ा है. हाल ही में स्नैपचैट ने अपने ऐसे ही एक फीचर को डिसेबल कर दिया है. हम स्नैपचैट के जिस के जिस फीचर की बात कर रहे हैं उसका नाम सोलर सिस्टम (Solar System) है. आइए आपको इस फीचर के बारे में विस्तार से बताते हैं.
क्या करता था ये फीचर
स्नैपचैट का यह सोलर सिस्टम फीचर सुनने में तो यह अंतरिक्ष से जुड़ा हुआ कोई फीचर लगता है, लेकिन असल में इससे यूजर्स को अपने दोस्तों की लोकेशन पता चलती थी. दूसरे शब्दों में यह फीचर बताता था कि आपके दोस्त आपसे कितने दूर हैं.
कैसे काम करता था यह फीचर
सोलर सिस्टम फीचर की मदद से स्नैपचैट यूजर को अपने दोस्त की लोकेशन जानने की अनुमति देता था. दरअसल, स्नैपचैट कई सारे ग्रहों को दिखाता था, जैसे मंगल (Mars) और अरुण (Uranus). अगर आपका कोई दोस्त आप के करीब होता था तो उसकी जगह मंगल या शुक्र (Venus) ग्रह दिखता था. इसका मतलब होता था कि आपका दोस्त आपके आसपास ही है. अगर आपका दोस्त आपसे दूर होता था तो उसकी जगह अरुण ग्रह दिखता था. लेकिन यह फीचर सिर्फ उन्हीं लोगों को मिलता था जो स्नैपचैट प्लस (Snapchat+) के पेड सब्सक्राइबर थे.
इस फीचर को लेकर क्या समस्या थी
रिपोर्ट्स के मुताबिक अमेरिका में टीनएजर्स (teenagers) के बीच इस फीचर की वजह से चिंता (anxiety) बढ़ रही थी. इसी वजह से स्नैपचैट ने इस फीचर को बंद कर दिया है. अब यूजर्स खुद तय कर सकते हैं कि वो इस फीचर को इस्तेमाल करना चाहते हैं या नहीं. आपको बता दें कि स्नैपचैट ने इस फीचर को पूरी तरह से हटाया नहीं है, बल्कि इसे डिसेबल कर दिया है. इससे शायद कुछ यूजर्स खासकर प्रभावित टीनएजर्स के पैरेंट्स खुश न हों. स्नैपचैट इस फीचर को इस्तेमाल करने वालों और इसे इस्तेमाल न करने वालों के बीच संतुलन बनाना चाहता है. साथ ही स्नैपचैट का यह भी दावा है कि उसके बहुत कम पेड सब्सक्राइबर ही इस फीचर का इस्तेमाल करते हैं.