Telegram के सीईओ पावेल ड्यूरोव को पेरिस में उतरते ही पुलिस ने पकड़ लिया. AFP की रिपोर्ट के मुताबिक, 39 साल के अरबपति को Telegram पर मॉडरेटर कम होने और पुलिस के साथ सहयोग न करने की वजह से अपराध बढ़ने का आरोप लगाया गया. Telegram ने कहा कि कंपनी EU के कानूनों का पालन करती है और CEO ड्यूरोव के लिए कहा कि ‘उनके पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है’.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

Telegram के ऑफिशियल अकाउंट ने X पर पोस्ट किया कि ये ‘बेतुका है कहना कि एक प्लेटफॉर्म या उसके मालिक उस प्लेटफॉर्म के गलत इस्तेमाल के लिए जिम्मेदार हैं.’ आइए जानते हैं Pavel Durov की गिरफ्तारी पर टेलीग्राम ने क्या पोस्ट किया...


टेलीग्राम की पोस्ट


टेलीग्राम ने पोस्ट किया, 'Telegram EU के कानूनों का पालन करता है, जिसमें Digital Services Act भी शामिल है. इसका मॉडरेशन इंडस्ट्री के स्टैंडर्ड्स के हिसाब से है और लगातार सुधारा जा रहा है. Telegram के CEO पावेल ड्यूरोव को छिपाने के लिए कुछ नहीं है और वो अक्सर यूरोप में घूमते रहते हैं. ये बेतुका है कहना कि एक प्लेटफॉर्म या उसके मालिक उस प्लेटफॉर्म के गलत इस्तेमाल के लिए जिम्मेदार हैं. करोड़ों लोग दुनिया भर में Telegram का इस्तेमाल कम्युनिकेशन के लिए और जरूरी जानकारी के सोर्स के तौर पर करते हैं. हम इस स्थिति का जल्दी से हल होने का इंतजार कर रहे हैं. Telegram आपके साथ है.'


 



 


क्या हैं आरोप?


ड्यूरोव पर आरोप है कि उन्होंने अपने प्लेटफॉर्म पर अपराध रोकने के लिए कुछ नहीं किया. उन पर जांच चल रही है क्योंकि Telegram पर मॉडरेटर कम होने और पुलिस के साथ सहयोग न करने की वजह से बहुत सारे अपराध हो रहे थे. एक साइबरसुरक्षा जेंडर्मरी यूनिट और फ्रांस की राष्ट्रीय एंटी-फ्रॉड पुलिस यूनिट इस जांच का नेतृत्व कर रही हैं. आरोप भी हैं कि ऐप का इस्तेमाल नियो-नाजी, पेडोफिलिक, षड्यंत्रकारी और आतंकवादी सामग्री फैलाने के लिए किया जाता .