अमेरिका ने अपनाया `Modi फॉर्मूला` तो `भीगी बिल्ली` बना चीन! लेने जा रहा है सबसे बड़ा एक्शन
चीन की SZ DJI Technology Co., को भारत में अपना सामान बेचने में बहुत दिक्कत हो रही है. अब लग रहा है कि अमेरिका भी इस चीनी कंपनी पर रोक लगा सकता है.
नवंबर 2022 में, भारत ने ड्रोन को दूसरे देशों से मंगाने पर रोक लगा दी थी. इससे दुनिया की सबसे बड़ी ड्रोन बनाने वाली कंपनी, चीन की SZ DJI Technology Co., को भारत में अपना सामान बेचने में बहुत दिक्कत हो रही है. अब लग रहा है कि अमेरिका भी इस चीनी कंपनी पर रोक लगा सकता है. अगर ऐसा होता है, तो ये दूसरी बड़ी चीनी कंपनी होगी जिस पर भारत और अमेरिका दोनों ने रोक लगा दी होगी. टिकटॉक को भारत और अमेरिका दोनों ही बैन कर चुके हैं.
चीन की शॉर्ट वीडियो ऐप कंपनी TikTok अमेरिका में बैन न होने की लड़ाई लड़ रहा है. पिछले हफ्ते, एक अदालत ने TikTok पर प्रतिबंध लगाने वाले कानून को सही ठहराया है. अदालत का कहना है कि सरकार को डर है कि चीन इस ऐप का इस्तेमाल अमेरिकी लोगों की जानकारी चुराने या गलत खबरें फैलाने के लिए कर सकता है. यह कानून 19 जनवरी को लागू हो जाएगा, यानी ट्रम्प के राष्ट्रपति पद संभालने से एक दिन पहले.
अमेरिका कर सकता है बैन
रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका की संसद एक कानून पास करने वाली है जिससे चीन की दो बड़ी ड्रोन कंपनियों, DJI और Autel Robotics, के ड्रोन अमेरिका में नहीं बेचे जा सकेंगे. इस कानून के मुताबिक, अमेरिका की सरकार को इन कंपनियों के ड्रोन की जांच करनी होगी कि ये देश की सुरक्षा के लिए खतरा तो नहीं हैं. अगर एक साल के अंदर जांच पूरी नहीं होती है, तो इन ड्रोन पर सीधा प्रतिबंध लग जाएगा.
दुनिया की सबसे बड़ी ड्रोन बनाने वाली कंपनी DJI को डर है कि अमेरिका उस पर रोक लगा सकता है. DJI का कहना है कि ये गलत है क्योंकि कंपनी ने अपने ड्रोन की सुरक्षा की जांच करवा ली है और लोगों की गोपनीयता को ध्यान में रखते हुए कई बदलाव किए हैं. चीन की एक और बड़ी ड्रोन बनाने वाली कंपनी, Autel Robotics, पर भी अमेरिकी सांसदों ने शक किया है. पिछले साल, दोनों पार्टियों के कुछ सांसदों ने इस कंपनी के बारे में जांच की मांग की थी क्योंकि उन्हें डर था कि इससे देश की सुरक्षा को खतरा हो सकता है.
अमेरिकी सरकार चीन के ड्रोन से इसलिए चिंतित है क्योंकि उसे डर है कि इन ड्रोन के जरिए अमेरिका की गुप्त जानकारियां चीन को पहुंच सकती हैं, लोगों पर नजर रखी जा सकती है और देश की सुरक्षा को खतरा पैदा हो सकता है. लेकिन DJI कंपनी का कहना है कि ये आरोप गलत हैं.