प्यार भरी बातें करके पड़ोसन ने लगा दिया 7 लाखा का चूना, जानें क्या है AI वॉइस रोमांस स्कैम
What is AI Voice Romance Scam: पुलिस ने एक 37 साल की रश्मि कर नाम की महिला को गिरफ्तार किया है. आरोप है कि उसने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से बनाई गई नकली आवाज का इस्तेमाल करके अपनी पड़ोसन को करीब 7 लाख रुपये का चूना लगा दिया.
AI Voice Romance Scam: नवी मुंबई में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है. पुलिस ने एक 37 साल की रश्मि कर नाम की महिला को गिरफ्तार किया है. आरोप है कि उसने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से बनाई गई नकली आवाज का इस्तेमाल करके अपनी पड़ोसन को करीब 7 लाख रुपये का चूना लगा दिया. रश्मि कॉल सेंटर में काम करती है. इस काम में उसका साथ उसका पति भी दे रहा था, जो फिलहाल फरार है.
क्या हुआ था?
पीड़िता एक 34 साल की विधवा महिला हैं. उन्होंने रश्मि को बताया कि वो कोई अच्छी सी जॉब ढूंढ रही हैं.करीब 7 महीने पहले रश्मि ने उन्हें अपने ऑफिस में काम करने वाले अभिमन्यु मेहरा का फोन नंबर दिया, जिसने उन्हें नौकरी दिलाने का वादा किया. पीड़िता और अभिमन्यु फोन पर बात करने लगे. कुछ ही समय में उनकी बातचीत प्यार में बदल गई. दोनों के बीच एक रोमैंटिक रिलेशनशिप बन गया. हालांकि, अभिमन्यु से कभी आमना-सामना नहीं हुआ, फिर भी महिला ने उन्हें करीब 6.6 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए.
पीड़िता ने पुलिस को बताया कि जब भी उसने अभिमन्यु से मिलने के लिए कहा तो वो बात को टाल देता था. पुलिस इंस्पेक्टर राहुल पाटिल के मुताबिक अभिमन्यु ने महिला को एक कंबल भी गिफ्ट किया और कहा कि "जब वो सोएंगी तो खुद को उसके करीब महसूस करेंगी".
निकला कुछ और ही माजरा
कुछ समय बाद पीड़िता को शक हुआ और वो पुलिस के पास गई. तब जाकर उसे सच्चाई का पता चला. यहां माजरा कुछ और ही था. पीड़िता को पता की इस सबके पीछे उसकी पडोसन रश्मि कर और उसका पति ही था. जांच में रश्मि ने माना कि उसने कॉल करने के लिए ऐप से बनाई गई नकली मर्दाना आवाज का इस्तेमाल किया था. उसने बताया कि उसने एक वॉइस-चेंजिंग ऐप डाउनलोड किया था और पीड़िता से बात करने के लिए एक अलग सिम कार्ड भी लिया था. पुलिस का कहना है कि रश्मि के पति दिपांजल बिस्वास को भी उसकी इस करतूत के बारे में पता था और उसने उसे ऐसा करने के लिए उकसाया भी था.
AI वॉइस स्कैम क्या होते हैं?
AI वॉइस स्काम में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल करके इंसानों जैसी आवाजें बनाई जाती हैं. ज़्यादातर मामलों में स्कैमर्स किसी रिश्तेदार, दोस्त या कस्टमर केयर एग्जीक्यूटिव बनकर बात करते हैं. अगर आपको शक हो रहा हो तो आप बातचीत के दौरान असामान्य चीजों पर ध्यान दें या वीडियो कॉल करके पहचान की पुष्टि करें.