Kuber Bhandari Temple: धन की चाहत तो सभी को होती है, लेकिन कुबेर और लक्ष्मी की कृपा के बगैर धन-सम्पत्ति की प्राप्ति हो पाना संभव नहीं है. हमारे देश में एक ऐसा मंदिर है, जिसके दर्शन मात्र से ही कुबेर देव प्रसन्न हो जाते हैं और धन की कमी दूर हो जाती है. आइए जानते हैं इस मंदिर और इससे जुड़ी मान्यताओं के बारे में. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

कहां है कुबेर मंदिर


धन के देवता कहे जाने वाले कुबेर का मंदिर गुजरात के वडोदरा में है. कुबेर भंडारी मंदिर की खास मान्यता है. यही वजह है कि यहां साल भर भक्तों का तांता लगा रहता है. नर्मदा तट पर बना कुबेर भंडारी मंदिर बहुत प्राचीन है. इसका निर्माण 2500 साल पहले किया गया था. मान्यता है कि मंदिर का निर्माण स्वयं भगवान शिव ने किया था. 


पौराणिक मान्यता


पौराणिक मान्यताओं के अनुसार एक बार भगवान शिव और माता पार्वती भ्रमण पर निकले हुए थे. तब माता पार्वती को भूख-प्यास लगी. शिव-पार्वती नर्मदा के किनारे ठहर गए. तब महादेव ने कुबेर के मंदिर का निर्माण किया. इस जगह पर कुबेर देव ने भोजन दिया, तभी इस मंदिर को भोजन और धन देने वाला मंदिर कहा जाता है. 


धनतेरस पर दर्शन का है खास महत्व


कुबेर को धन का देवता कहा गया है. वैसे तो यहां हमेशा दर्शन करने वालों की मुरादें पूरी होती हैं, लेकिन धनतेरस और दिवाली के दिन कुबेर मंदिर के दर्शन की खास मान्यता है. दिवाली के मौके पर हिन्दू घरों में कुबेर देव की पूजा की जाती है. इस दिन कुबेर भंडारी मंदिर के दर्शन और उनकी पूजा करने से धन से जुड़ी परेशानियां दूर हो जाती हैं. इस मंदिर की मिट्टी का भी खास महत्व है. मान्यताओं के अनुसार मंदिर परिसर की मिट्टी ले जाकर तिजोरी में रख दी जाए, तो लक्ष्मी की कृपा हमेशा बनी रहती है. 


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.) 
ये ख़बर आपने पढ़ी देश की नंबर 1 हिंदी वेबसाइट Zeenews.com/Hindi पर