श्रीनगर: पूरी दुनिया में क्रिसमस (Christmas 2019) मनाया जा रहा है. वहीं जम्मू कश्मीर के गुलमर्ग में व्हाइट क्रिसमस (Christmas 2019) मनाने के लिए पर्यटकों की भारी भीड़ उमड़ी है. गुलमर्ग पहुंचे पर्यटक ना सिर्फ इस जगह का आनंद ले रहे हैं, बल्कि यहां के माहौल को भी बेहद सुरक्षित मान रहे हैं. वहीं पर्यटन क्षेत्र से जुड़े स्थानीय लोग व्हाइट क्रिसमस (Christmas 2019) और नए साल के मौके पर पर्यटकों की आमद से बेहद खुश दिख रहे हैं.


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गुलमर्ग श्रीनगर एयरपोर्ट से 60 किलोमीटर दूर है. इन दिनों विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल गुलमर्ग बर्फ की सफेद चादर में हर तरफ से लिपटा हुआ है. जहां तक नजर जाती है यह हसीन वादियां करीब 5 फीट बर्फ की मोटी चादर से ढक्की हुई है. सर्दियां शुरू होते ही पहली बर्फबारी के साथ जहां गुलमर्ग देश विदेश से आने वाले पर्यटकों के लिए पहली पसंद बन जाता है. वहीं अगर मौका क्रिसमस (Christmas 2019) का हो तो सोने पे सुहागा वाली बात हो जाती है. 


विदेशों में बर्फबारी के बीच व्हाइट क्रिसमस (Christmas 2019) की एक अलग ही महत्व होता है, लेकिन हमारे देश के लोगों को क्रिसमस (Christmas 2019) के मौके पर बर्फ मिल जाए तो उनके लिए यह मंजर एक अलग ही अनुभव है. अगर भारतवर्ष की बात करें तो ऐसा अनुभव केवल कश्मीर के ताज गुलमर्ग में ही मिल पाता है.


क्रिसमस (Christmas 2019) के इस अवसर पर जो लोग गुलमर्ग पहुंच पाते हैं, वह अपने आपको काफी खुशकिस्मत मानते हैं. इस बीच अगर गुलमर्ग की बात करें तो काफी संख्या में देशी विदेशी पर्यटक व्हाइट क्रिसमस (Christmas 2019) का अनोखा अनुभव लेने के लिए गुलमर्ग पहुंच चुके हैं. मुंबई से आई जुली घोष ने कहा, 'हमारे मुंबई में बर्फ तो होती नहीं, इसलिए हम यहां आकर व्हाइट क्रिसमस (Christmas 2019) का आनंद लेना चाहते थे. हम यहां बहुत एंजॉय कर रहे हैं. देश वासियों को यह संदेश देना चाहते हैं कि कश्मीर के लोग काफी सहायक हैं और उनकी मेहमान नवाज़ी भी बहुत अच्छी है. जैसा सुनने को मिलता है वैसा कुछ नहीं है, सब कुछ शांत और अच्छा है. ऊपर वाले ने इस जगह को काफी अच्छे से तराशा है. और इससे अच्छी जगह व्हाइट क्रिसमस (Christmas 2019) मनाने के लिए कोई और नहीं है.'


मुंबई की पर्ल ने कहा, 'बर्फ के बीच परिवार के साथ क्रिसमस (Christmas 2019) मनाने इससे अच्छी बात और क्या हो सकती है. बाकी लोगों को संदेश देना चाहती हूं कि कश्मीर आइये और यहां क्रिसमस (Christmas 2019) मनाइए तभी अब इस जगह को अच्छे से जान पाएंगे.' 


बड़े तो बड़े बच्चे भी इन हसीन वादियों का खूब आनंद लेते दिख रहे हैं. जीवन में ऐसा अनुभव पहली बार देखने को मिला है. वह कहते हैं कि वापस जाकर अपने दोस्तों से यह अनुभव बांटेंगे और उन्हें कश्मीर घूमने की सलह देंगे.


एक छोटे बच्चे प्रतियुष ने कहा, 'यहां सब कुछ बहुत अच्छा है. यहां के लोग भी काफी अच्छे हैं, यहां के शांत और सुंदर नजरों के साथ-साथ मौसम एक अनोखा ही अनुभव देते हैं. मैं वापस जाकर लौटकर दोस्तों को बोलूंगा कि एक बार जरूर कश्मीर जाएं.'


पर्यटकों की भारी संख्या को देखते हुए पर्यटन से जुड़े लोग काफी खुश दिख रहे हैं. पिछले पांच माह से राज्य में पर्यटन का रोजगार मंदा था, लेकिन अब सबकुछ अच्छा होने की उम्मीद है.


स्थानीय टूर गाइड दिलावर हुसैन ने कहा, 'काफी अच्छा लग रहा है कि पर्यटकों ने यहां का रुख किया है. काफी टाइम के बाद हमने यहां इतनी संख्या में पर्यटकों को गाइड किया है. जैसे इन पर्यटकों को अच्छा लग रहा है वैसे ही हमें भी बहुत अच्छा लग रहा है. हम चाहते हैं कि हम इन्हें असली कश्मीर दिखाएं'. 


एक अन्य टूर गाइड रियाज अहमद ने कहा, 'मैं यहां गुलमर्ग में पिछले करीब 18 सालों से काम कर रहा हूं. पिछले 5 महीनों से हुमें भी पर्यटकों का काफी इंतज़ार था. यहां हालात अच्छे नहीं थे, लेकिन अब हालात धीरे-धीरे सुधार रहे हैं. हम चाहते हैं कि लोगों के दिलों में बसा खौफ निकले और वह एक बार फिर कश्मीर का रुख करें.'



क्रिसमस (Christmas 2019) के अवसर पर गुलमर्ग में स्थित प्रसिद्ध सेंट मैरी चर्च को काफी अच्छी तरह से सजाया गया है. क्रिसमस (Christmas 2019) के अवसर पर देशी विदेशी पर्यटक यहां इस पर्व को खुशी से मना रहे हैं. इतना ही नहीं, घाटी के विभिन्न गिरजाघरों को भी इस अवसर पर सजाया गया है. जहां एक ओर व्हाइट क्रिसमस (Christmas 2019) पर काफी संख्या में पर्यटकों ने गुलमर्ग का रुख किया है, वहीं दूसरी ओर मिली जानकारी के अनुसार पर्यटकों की काफी ऐसी संख्या अभी भी है, जो बर्फ के बीच न्यू इयर भी मनाना चाहते हैं. उन्होंने पहले से ही अपनी बुकिंग कर रही है. इसे देख उम्मीद जताई जा रही है कि कश्मीर का विंटर टूरिस्म अच्छे से गुजरेगा. इसे और बेहतर बनाने के लिए पर्यटन विभाग की ओर से द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जा रहा है ताकि ज्यादा से ज्यादा आकर्षित हों और कश्मीर की आर्थिक व्यवस्था सुधर सके.