मंगलवार को पेश हुए केंद्रीय बजट 2024 में पर्यटन क्षेत्र को बड़ी राहत मिली है. सरकार ने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं, जिससे न सिर्फ देश में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा बल्कि रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे. वित्त मंत्री ने कहा कि भारत को एक वैश्विक पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित करने के हमारे प्रयासों से रोजगार सृजन, निवेश को बढ़ावा मिलेगा और अन्य क्षेत्रों में आर्थिक अवसर पैदा होंगे.


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बजट अनुमान के मुताबिक, सरकार ने वित्त वर्ष 2025 के लिए पर्यटन क्षेत्र के लिए 2,479 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं. इसके विपरीत, सरकार ने वित्त वर्ष 24 में 2,400 करोड़ रुपये आवंटित किए थे. संशोधित अनुमान वित्त वर्ष 2024 में पर्यटन क्षेत्र के लिए 1,692.10 करोड़ रुपये का आवंटन दर्शाते हैं.


बिहार के कई मंदिरों का होगा विकास
बजट में बिहार के विशाल धार्मिक महत्व वाले विष्णुपद मंदिर (गया) और महाबोधि मंदिर (बोध गया) के व्यापक विकास की घोषणा की गई है. इन मंदिरों को वर्ल्ड क्लास तीर्थ और पर्यटन स्थलों के रूप में विकसित किया जाएगा. काशी विश्वनाथ मंदिर काॅरिडोर की तर्ज पर इनका विकास किया जाएगा.  


नालंदा यूनिवर्सिटी का विकास
राजगीर को भी एक व्यापक विकास योजना के तहत लाया जाएगा. यहां स्थित 20वें तीर्थंकर मुनिसुव्रत का जैन मंदिर प्राचीन है और सातों ऋषियों के नाम से प्रसिद्ध गर्म जल के ब्रह्मकुंड का भी धार्मिक महत्व है. नालंदा यूनिवर्सिटी को पुनर्जीवित करने के साथ-साथ इसे एक पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने के लिए भी सरकार सपोर्ट करेगी.


ओडिशा पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
ओडिशा की प्राकृतिक सुंदरता, मंदिर, स्मारक, शिल्पकारी, वन्यजीव अभयारण्य, प्राकृतिक दृश्य और खूबसूरत समुद्र तट इसे एक आदर्श पर्यटन स्थल बनाते हैं. इनके विकास के लिए सरकार सहायता प्रदान करेगी. इन सभी पहलों से पर्यटन क्षेत्र को नई ऊर्जा मिलेगी और देश की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान होगा. बजट में पर्यटन क्षेत्र पर जोर देने से उद्योग जगत में उत्साह है और उम्मीद है कि इससे देश में पर्यटन का नया अध्याय शुरू होगा.