Crocodile Viral Video: एक विशेष प्रकार के फूल भारतीय दलदली मगरमच्छ को मंत्रमुग्ध कर देते हैं, एक नए स्टडी में पाया गया है कि उनके छोटे आकार और मस्तिष्क की सरल संरचना के कारण अन्य सभी सरीसृपों की तरह उन्हें कम आंका जाता है लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है. 2014 से मई 2023 तक महाराष्ट्र में सावित्री नदी के मगरमच्छों (Crocodylus palustris) का अवलोकन करते हुए जूलॉजिस्ट उत्कर्ष एम चव्हाण और मनोज आर बोरकर ने पाया कि जब भी मगरमच्छ धूप सेंकते तो गेंदे के फूलों की ओर आकर्षित होते थे. वह तैरते या फेंकी हुई मालाओं के करीब लेटे रहते थे.


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फूलों के करीब जाकर लेटे रहते थे मगरमच्छ


प्रसाद से लेकर दाह-संस्कार के लिए नदी तट पर लाई जाने वाली लाशों के लिए फूल मालाओं के किनारे वह पड़े रहते थे. उन्हें फूलों के करीब रहना बेहद पसंद था. पहली स्टडी मुंबई के हजारीमल सोमानी कॉलेज में जूलॉजी विभाग से जुड़ी है और दूसरी गोवा के कार्मेल कॉलेज ऑफ आर्ट्स, साइंस एंड कॉमर्स फॉर वुमेन में उसी विभाग से जुड़ी है. जूलॉजिस्ट्स ने रायगढ़ जिले के महाड शहर में नदी के केम्बुरली, मोहल्ला, दादली और श्मशान घाट पर अपना अध्ययन किया. उनके निष्कर्ष जर्नल ऑफ थ्रेटेंड टैक्सा के अगस्त अंक में प्रकाशित हुए थे.


सिर्फ इन फूलों की ओर आकर्षित होते हैं मगरमच्छ


मगरमच्छों की विभिन्न प्रजातियां पानी में तैरते मलबे को खेलने के लिए यूज करने और उनमें रुचि दिखाने के लिए जानी जाती हैं. बंदी बनाए गए क्यूबा के मगरमच्छों और पश्चिमी अफ्रीकी बौने मगरमच्छों के गुलाबी बोगनविलिया फूलों के साथ खेलने, उन्हें उठाने, उन्हें इधर-उधर धकेलने और उन्हें दांतों की नोक में ले जाने की खबरें आई हैं. अध्ययन में कहा गया, "मगरमच्छों को नियमित रूप से देखा गया कि श्मशान घाट के इलाके में वह पीले या नारंगी गेंदे के फूलों (टैगेट्स इरेक्टा) के आसपास तैरते, धूप सेंकते और लेटते थे." मगरमच्छ ने बाकी की तैरती वस्तुओं को नजरअंदाज कर दिया.


क्यूबा और अफ्रीकी बौने मगरमच्छों की बोगनविलिया फूलों के साथ खेलते तो थे ही, लेकिन वह कभी भी गेंदे के फूलों के साथ कोई भी छेड़छाड़ नहीं करते थे. जूलॉजिस्ट वैज्ञानिकों ने पाया कि वे बस इन फूलों की तैरती मालाओं के आसपास या नदी के किनारे लेटे रहते हैं.