Delhi Metro में `गेट बाएं तरफ खुलेंगे` की आवाज किसकी आती है? यहां हो गया खुलासा
Delhi Metro में `गेट बाएं तरफ खुलेंगे` की आवाज किसकी आती है? यहां हो गया खुलासा
Delhi Metro Train: 'दरवाजे बायें तरफ खुलेंगे' एक वाक्य है जिसे 50 लाख से अधिक लोग जो रोजाना दिल्ली मेट्रो का उपयोग करते हैं और हर दिन सुनते हैं. हालांकि, बहुत से लोग उन लोगों के बारे में नहीं जानते हैं जो यात्रियों के लिए यात्रा को आसान बनाने के लिए सार्वजनिक घोषणाएं करने वाली आवाजों के पीछे हैं. दिल्ली मेट्रो में हिंदी घोषणाओं के पीछे के जिस व्यक्ति का हाथ है, उसका नाम शम्मी नारंग है. शम्मी नारंग एक पूर्व-न्यूज एंकर हैं, दिल्ली मेट्रो की प्रतिष्ठित आवाज के पीछे के व्यक्ति हैं. 66 वर्षीय शम्मी नारंग ने दिल्ली मेट्रो, गुरुग्राम की रैपिड मेट्रो, मुंबई मेट्रो, बैंगलोर मेट्रो, जयपुर मेट्रो और हैदराबाद मेट्रो रेल की सभी हिंदी इन-ट्रेन और इन-स्टेशन घोषणाओं में अपनी आवाज दी है.
कौन है वो जिसकी आवाज मेट्रो में गूंजती हैं?
दिल्ली में जन्मे शम्मी नारंग ने इंजीनियरिंग में ग्रेजुएट की उपाधि प्राप्त की और फिर कथित तौर पर वॉयस ऑफ अमेरिका के हिंदी प्रभाग के साथ वॉयस-ओवर इंडस्ट्री में कदम रखा. बाद में, वह दूरदर्शन के बेहतरीन न्यूज प्रेजेंटर में से एक बन गए. इंडियन पब्लिक सर्विस ब्रॉडकास्टर (Indian Public Service Broadcaster) के साथ अपने लगभग 20 साल के जुड़ाव के बाद उन्होंने वॉयस-ओवर करना शुरू कर दिया. इसके बाद शम्मी नारंग ने स्टूडियो पिंड्रोप खोला, जिसके बारे में कहा जाता है कि यह दिल्ली का पहला डिजिटल रिकॉर्डिंग स्टूडियो है और वॉयस-ओवर कलाकारों और संगीतकारों के बीच मशहूर है.
अपने शानदार करियर में, शम्मी नारंग ने पुरस्कार विजेता दो मिनट की एनीमेशन फिल्म 'नन्ही चिड़िया' के लिए वॉयस-ओवर भी किया और वह जयपुर, जोधपुर, बीकानेर और मैसूर में विरासत स्मारकों पर ऑडियो गाइड के पीछे हैं. उन्होंने थिएटर भी किया है और एक फिल्म स्कूल में विजिटिंग फैकल्टी भी रहे हैं.
दिल्ली मेट्रो में अंग्रेजी अनाउंसमेंट के पीछे की महिला
टेलीविजन समाचार एंकर रह चुकी रिनी खन्ना दिल्ली मेट्रो की आवाज के पीछे की महिला हैं. दिल्ली मेट्रो की सभी अंग्रेजी इन-ट्रेन और इन-स्टेशन घोषणाओं के पीछे उनकी आवाज है. उन्होंने अपने करियर की शुरुआत ऑल इंडिया रेडियो से की और फिर 2001 तक दूरदर्शन के साथ काम किया. बाद में, वह एक पेशेवर वॉयसओवर बन गईं. रिनी खन्ना ने दिल्ली विश्वविद्यालय से अंग्रेजी साहित्य में स्नातक किया और फिर दिल्ली में भारतीय जनसंचार संस्थान (आईआईएमसी) से पत्रकारिता में पीजी डिप्लोमा किया.