नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitaraman) संसद में साल 2020-21 का बजट पेश कर रही हैं. इस दौरान एक ऐसा समय आया जब संसद तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा. दरअसल, बजट भाषण के दौरान वित्तमंत्री ने देशभक्ति से ओरप्रोत एक कविता पढ़ी जिसे सुनते ही सांसद मेज थपथपाने लगे और पूरा सांसद तालियों से गूंज उठा. 


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ये कविता साहित्‍य अकादमी से सम्‍मानित 'कश्मीरी' कवि पंडित दीनानाथ कौल ने लिखी है. कुछ इस तरह हैं कविता की लाइनें...


हमारा वतन खिलते हुए शालीमार बाग जैसा
हमारा वतन डल लेक में खिलते हुए कमल जैसा
नौजवानों के गर्म खून जैसा
मेरा वतन, तेरा वतन, हमारा वतन, दुनिया का सबसे प्‍यार वतन...


पंडित दीनानाथ कौल द्वारा रचित कविता के माध्यम से बजट सत्र को संबोधित करते हुए केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण: हमारा वतन खिलते हुए शालीमार बाग जैसे, हमारा वतन डल झील में खिलते हुए कमल जैसा,नवजवानों के गर्म खून जैसा,
मेरा वतन, तेरा वतन, हमारा वतन
दुनिया का सबसे प्यारा वतन।।


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