MP: BJP ने पहले मंत्री जी की बेटी को दिया टिकट, आखिरी दिन बिटिया ने कहा-पापा लड़ेंगे
BJP Candidate for MP Election: भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने के आखिरी दिन बालाघाट विधानसभा सीट से वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के मंत्री गौरीशंकर बिसेन को उनकी बेटी मौसम बिसेन के स्थान पर मैदान में उतारा.
Balaghat Assembly Seats: महाराष्ट्र में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए 17 नवंबर को वोट डाले जाएंगे. वोटिंग से पहले कई राजनीतिक उठापटक देखने को मिल रही है. ऐसा ही कुछ मामला नामांकन दाखिल करने के आखिरी दिन बालाघाट विधानसभा सीट पर भी देखने को मिला, जब भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने अंतिम समय में उम्मीदवार बदल दिया. बीजेपी ने चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने के आखिरी दिन बालाघाट विधानसभा सीट से वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के मंत्री गौरीशंकर बिसेन को उनकी बेटी मौसम बिसेन के स्थान पर मैदान में उतारा है. पहले बीजेपी ने मौसम बिसेन को आधिकारिक उम्मीदवार घोषित किया था.
बीजेपी ने आखिरी दिन क्यों बदला अपना उम्मीदवार?
पहले गौरीशंकर बिसेन ने डमी प्रत्याशी के रूप में बालाघाट से अपना नामांकन दाखिल किया था. भाजपा ने कहा था कि उनकी बेटी इस दौरान अपना नामांकन दाखिल करेंगी. हालांकि, सोमवार को गौरीशंकर बिसेन के नाम से आधिकारिक नामांकन फॉर्म जमा किया, जिसकी पुष्टि एक अधिकारी ने की. अपने पिता द्वारा जिला रिटर्निंग अधिकारी को नामांकन फॉर्म जमा करने के बाद, मौसम बिसेन ने संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने 'व्यक्तिगत और स्वास्थ्य कारणों' को लेकर बीजेपी से उन्हें (मौसम की उम्मीदवारी को) बदलने का अनुरोध किया था.
मौसम बिसेन ने कहा, 'मैंने पार्टी से बालाघाट से नया उम्मीदवार खड़ा करने का अनुरोध किया था.' मौसम बिसेन ने कहा कि पार्टी ने अब गौरीशंकर बिसेनजी को मैदान में उतारने का फैसला किया है. जिला रिटर्निंग ऑफिसर गिरीश मिश्रा ने भी गौरीशंकर बिसेन से पार्टी का आधिकारिक फॉर्म (एबी फॉर्म) मिलने की पुष्टि की है.
17 नवंबर को वोटिंग, 3 दिसंबर को नतीजे
मध्य प्रदेश की सभी 230 विधानसभा सीटों पर एक फेज में वोटिंग होगी और 17 नवंबर को वोट डाले जाएंगे. 5.6 करोड़ मतदाता तय करेंगे कि एमपी की सत्ता पर अगले पांच साल तक किसका राज होगा. वोटों की गणना 3 दिसंबर को होगी, जिसके बाद नतीजे आएंगे. इससे पहले साल 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 114 सीटों पर कब्जा किया था, जिसके बाद कमलनाथ मुख्यमंत्री बने थे. वहीं, बीजेपी ने 230 में से 109 सीटों पर जीत हासिल की थी. लेकिन, मार्च 2020 में कुछ विधायकों के साथ ज्योतिरादित्य सिंधिया बीजेपी में शामिल हो गए और कमलनाथ सरकार गिर गई. इसके बाद शिवराज सिंह चौहान चौथी बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री बने.
(इनपुट- न्यूज़ एजेंसी भाषा)