Alcohol is Dangerous for Youth: शराब का सेवन भारत में तेजी से बढ़ रहा है. यूथ इसे स्टेट्स सिंबल मानते हुए या रोज पार्टी करते हुए काफी मात्रा में शराब ले रहा है, लेकिन ऐसे युवाओं के लिए यह खतरे की घंटी है. दरअसल, लैंसेट मेडिकल जर्नल में प्रकाशित एक रिसर्च के मुताबिक मध्यम शराब का सेवन वृद्ध और वयस्कों को तो कुछ स्वास्थ्य लाभ दे सकता है, लेकिन युवाओं को इससे नुकसान ही पहुंचता है. इस एनालिसिस को 204 देशों से शराब की खपत के आंकड़े जुटा कर किया गया है. अनुमान है कि 2020 में 1.4 बिलियन लोगों ने हानिकारक मात्रा में शराब का सेवन किया. इसमें से 1.03 बिलियन पुरुष और 0.312 बिलियन महिलाएं शामिल थीं.


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क्या कहती है रिपोर्ट


इस रिपोर्ट में कहा गया है कि 15-39 आयु वर्ग के युवा वयस्कों को शराब पीने से किसी तरह का स्वास्थ्य लाभ नहीं मिलता है, बल्कि उल्टा उनके लिए स्वास्थ्य जोखिम ही है. विश्लेषण के अनुसार, 2020 में हानिकारक मात्रा में शराब का सेवन करने वाले व्यक्तियों में, 59.1% इसी आयु वर्ग के थे. इसमें भी 76.7% पुरुष थे.


40 से ऊपर वालों को फायदा


दूसरी ओर 40 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोग जो कम शराब का सेवन (प्रति दिन एक और दो पेग के बीच) करते हैं, उनमें हृदय रोग, स्ट्रोक और मधुमेह का जोखिम कम नजर आय़ा है. इस रिपोर्ट में पता चलता है कि असुरक्षित मात्रा में शराब पीने वाली आबादी का सबसे बड़ा वर्ग 15-39 एज कैटेगरी के पुरुष थे, इस आयु वर्ग में 60% लोग शराब की वजह से हादसे का शिकार हुए. इसमें कुछ रोड एक्सिडेंट तो कुछ मर्डर औऱ आत्महत्या के मामले भी थे.


15-39 वालों के लिए सख्त गाइडलाइंस की जरूरत


शोधकर्ताओं ने ये भी सुझाव दिया कि वैश्विक स्तर पर शराब की खपत को लेकर गाइडलाइंस उम्र और स्थान के आधार पर तय होनी चाहिए. इसमें 15-39 आयु वर्ग के पुरुषों के लिए सबसे सख्त गाइडलाइंस की जरूरत है. क्योंकि पूरी दुनिया में इसी एज कैटेगरी के लोगों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंच रहा है.रिसर्चर्स का कहना है कि, हमारा संदेश स्पष्ट है कि युवा लोगों को पीना नहीं चाहिए.


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