Bhramari Pranayama For Strong Memory: आजकल लोग स्ट्रेस और तनाव से काफी परेशान रहते हैं. जिसके चलते दिमाग  पर असर पड़ता है. इसके कारण लोग मेमोरी लॉस का शिकार होते जा रहे हैं. कई बार तो लोग बात करते-करते नाम भूल जाते हैं, चीजें कहीं रखकर भूल जाना, काम को लेकर भूल जाते हैं. अगर आपको भी ऐसी ही समस्या है, तो आज आपको बताते हैं इससे निजात पाने और याददाश्त बढ़ाने का उपाय.


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 हेल्थ एक्सपर्ट की राय-


हेल्थ एक्सपर्ट ने भूलने की समस्या को दूर करने के कई तरीके बताए हैं. दरअसल, मेमोरी लॉस एक आम परेशानी हो गई है. साथ ही जब लोग कई चीजें एक साथ करने हैं या फिर मल्टी-टास्किंग होने पर ऐसा होता है. कई बार बहुत ज्यादा गैजेट्स इस्तेमाल करने से भी ऐसा होने लगता है. लेकिन अच्छी याददाश्त हर आयुवर्ग के लिए यह बहुत जरूरी है. चाहे बच्चे हों या बूढ़े, सभी को अपनी याददाश्त बेहतरीन चाहिए होती है.


अगर आपको अपनी याददाश्त तेज करना है, तो आप नियमित रूप से व्यायाम कर सकते हैं. इसके लिए भ्रामरी प्राणायाम करना होता है. इसे चाहे तो जमीन पर या कुर्सी पर बैठकर भी कर सकते हैं. बस ध्यान दें कि कमर सीधी रहे, अकड़ी हुई नहीं और खाने और प्राणायाम के बीच कम से कम तीन घंटे का अंतर होना चाहिए. इससे याददाश्त बहुत अच्छी होती है.


भ्रामरी प्राणायाम करने का सही तरीका-
भ्रामरी प्राणायाम करने के लिए सबसे पहले सीधे बैठें, फिर आंखों को बंद करें और दोनों हाथों की तर्जनी अंगुली से दोनों कानों के छिद्रों को इसके ऊपर लगे फ्लैप से कसकर बंद कर लें. अब नाक से सांस लेना और सांस छोड़ना है, लेकिन सांस लेते-छोड़ते वक्त भौंरे की तरह गुंजन करना है, जो कान के भीतर गूंजे. पूरी सांस छोड़ने के बाद कानों को खोल दें और हाथों को वापस ले आएं. ध्यान रहे कि आंख खोलने की जल्दबाजी ना करें और भ्रमर की ध्वनि के स्पंदन को महसूस करें और फिर आंखें खोल लें. इससे आपकी याददाश्त बढ़ेगी, हाई ब्लड प्रेशर कम होगा, स्ट्रेस-एंजाइटी के लिए लाभदायक है. 


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)