Holi 2023: होली पर पकवान बनाने के लिए कहीं आप भी तो नहीं ले आए मिलावटी सरसो का तेल? जा सकती है जान; ऐसे कर लें चेक
Disadvantages of adulterated mustard oil: होली पर गुझिया, कचोरी और दूसरे पकवान बनाने के लिए अगर आप सरसो का तेल घर ला रहे हैं तो पहले उसकी शुद्धता जरूर जांच लें. ऐसा न करने पर आपको एलर्जी, उल्टी-दस्त से लेकर हार्ट अटैक और आंखों की रोशनी जाने जैसी बड़ी बीमारियां भी हो सकती हैं.
Tips to Identify Adulterated Mustard Oil: होली का मौका हो और घर में पकवान न बनें, ऐसा हो नहीं हो सकता. इस बार भी होली का त्योहार मनाने के लिए घरों में तैयारियां जोरों पर चल रही है. गुझिया, कचोरी, पकोड़ी और दूसरे पकवान बनवाने के लिए लोग घरों में जरूरी चीजें लेकर आ रहे हैं. इन सब चीजों को बनाने के लिए सबसे जरूरी चीज तेल होता है. इसके लिए लोग रिफाइंड ऑयल या सरसों का तेल ज्यादा यूज करते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि त्योहारी दिनों में मिलावटी सरसों के तेल की बिक्री भी तेज हो जाती है.
सरसो तेल में ऐसे होती है मिलावट
हेल्थ एक्सपर्टों के मुताबिक ऑर्गेमोन एक ऐसा पौधा है, जिसमें सरसों की तरह ही पीले फूल आते हैं. इससे निकलने वाले दाने भी सरसों की तरह ही दिखते हैं. इन दोनों के दानों को मिला दें तो मिलावट (Adulterated Mustard Oil) का पता करना बहुत मुश्किल हो जाता है. इस तरह से निकाला गया तेल जहरीला होता है, जिसके सेवन से एपिडेमिक ड्रॉप्सी, उल्टी-दस्त, डायरिया जैसी बीमारी हो सकती हैं.
किडनी को पहुंच सकता है नुकसान
डॉक्टर कहते हैं कि मिलावटी तेल के इस्तेमाल से शरीर के कई भागों में लाल चकत्ते हो जाते हैं. जिससे व्यक्ति को ग्लूकोमा तक हो सकता है. इसकी वजह से सांस और दिल से जुड़ी बीमारियां हो सकती हैं. इसके चलते आंखों की रोशनी भी जा सकती है. सरसों तेल में ऑर्गेमोन मिला होने की वजह से शरीर में मौजूद रेड ब्लड सेल्स को नुकसान पहुंच सकता है. जिससे एनीमिया होने और किडनी को नुकसान पहुंचता है.
ऐसे करें मिलावटी तेल की जांच (Tips to Identify Adulterated Mustard Oil)
सबसे पहले शीशे के टेस्ट ट्यूब में 5 ml सरसो का तेल डालें. इसके बाद उसमें 5 ml नाइट्रिक एसिड डालें और धीरे-धीरे आपस में मिला लें. ऐसा करने से अगर सरसो के तेल का रंग बदलने लग जाए तो समझ जाइए कि उसमें मिलावट की गई है. असल में मिलावट होने पर तेल का रंग गोल्डन कलर से बदलकर ऑरेंज कलर में बदल जाता है.
कौन सा सरसों तेल खाएं
हेल्थ एक्सपर्ट कहते हैं कि खाद्य पदार्थों की क्वालिटी पर नजर रखने के लिए सरकार की ओर से फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया (FSSAI) का गठन हो चुका है. यह संस्था सभी खाने-पीने की चीजों को सर्टिफाइड करती है. लिहाजा आप कोशिश करें कि जो भी तेल घर लेकर आएं, वह अच्छे ब्रांड का और पैक्ड होना चाहिए. उस पर लगी FSSAI को भी जरूर चेक कर लें. अगर किसी ब्रांड पर FSSAI का लोगो नहीं है तो समझ जाएं कि यह मिलावटी हो सकता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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