Antibiotics Side Effects: कोरोना में आपने एंटीबायोटिक्स (Antibiotics) शब्द तो कई बार सुना होगा. इन एंटीबायोटिक्स का इस्तेमाल संक्रमण के दौरान खूब किया गया है. कोरोना के बाद से देखा गया है कि लोग आजकल हल्का सा सर्दी-जुकाम होने पर भी एंटीबायोटिक्स का इस्तेमाल करने लगे हैं. इसमें सबसे बड़ी चिंता वाली बात ये है कि ये दवाएं लोग बिना डॉक्टर की सलाह के ले रहे हैं, जो सही नहीं है. इस तरह से दवा लेना आपके लिए जहर से भी ज्यादा घातक साबित हो सकता है. द लैंसेट की एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ हैं कि साल 2019 के दौरान अकेले भारत में 500 करोड़ रुपये की एंटीबायोटिक्स की खपत हुई है. डॉक्टर की सलाह के बिना आप ये दवाएं खाकर अपने जेब के पैसे तो बचा लेते हैं लेकिन साथ में उम्र से कुछ साल भी घटा लेते हैं. आइए जानते हैं कि इस तरह दवाएं लेने से आपके शरीर पर क्या प्रभाव पड़ता है और क्या है एंटीबायोटिक्स?


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क्या है एंटीबायोटिक्स और इसका काम


बैक्टीरियल संक्रमण (bacterial infection) के इलाज के लिए एंटीबायोटिक्स इस्तेमाल किया जाता है. इसके साथ ही ये बैक्टीरियल इंफेक्शन को फैलने से रोकता है. एक्सपर्ट का कहना है कि ये हर तरह के वायरल इन्फेक्शन में काम नहीं करता है. गौरतलब है कि किसी हल्के इन्फेक्शन में एंटीबायोटिक्स की आवश्यकता नहीं होती है. एंटीबायोटिक्स शरीर में फैल रहे बैक्टीरिया को मारने का काम करता है.


इस्तेमाल करने से पहले क्या है सलाह


एक्सपर्ट ने इस बात लेकर आगाह किया है कि हर तरह की बीमारी में इसका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. पहले ये जान लीजिए कि बॉडी में इन्फेक्शन किस टाइप का है. एंटीबायोटिक्स का अपना एक डोज और ड्यूरेशन होता है लेकिन हर इन्फेक्शन में इनका इस्तेमाल करने से ऐसा होगा कि कई डेंजरस बैक्टीरिया इसके खिलाफ रेसिस्टेंट पैदा कर लेंगे. ऐसे में जब अगली बार आप इसका सेवन करेंगे तो एंटीबायोटिक्स उतना कारगर साबित नहीं होगा. इसके साथ ही ये किडनी और लिवर से जुड़ी प्रॉब्लम पैदा करने लगता है. डॉक्टर के पास जब भी जाएं उनको अपनी पिछली बीमारी के बारे जरूर बताना चाहिए ताकि कोई दवा या एंटीबायोटिक्स लिखते हुए वो इस बात को समझ सकें कि क्या इस बार इसकी जरूरत है या नहीं.


इन लोगों को नहीं लेनी चाहिए एंटीबायोटिक्स


पहले से जिन लोगों को किडनी से जुड़ी कोई बीमारी है, उन लोगों को एंटीबायोटिक्स से दूर रहने की सलाह दी जाती है. छोटे बच्चों को एंटीबायोटिक्स देने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें. कुछ लोगों ऐसे भी होते है जिनको एंटीबायोटिक्स से एलर्जी होती है. हार्ट के मरीजों को भी इससे दूर ही रहना चाहिए. बुजुर्गों को इसकी डोज देने से पहले डॉक्टर से बात चाहिए.


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)


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