World Organ Donation Day 2022: आज (13 अगस्त को) विश्व अंगदान दिवस (World Organ Donation Day) है. अंगदान करने को महादान कहा जाता है. अगर किसी की मौत के बाद उसके अंग दूसरे को जीवनदान दे सकते हैं तो इससे अच्छा क्या हो सकता है? लेकिन लोगों के बीच अंगदान को लेकर कुछ भ्रांतियां हैं, जिन्हें विश्व अंगदान दिवस 2022 के दिन दूर कर लेना चाहिए. कुछ लोग सोचते हैं कि केवल मौत के बाद ही अंगदान किया जा सकता है, अंगदान से शरीर कमजोर पड़ जाता है या फिर पुरुष और महिलाएं एक-दूसरे को अंगदान नहीं कर सकते हैं. लेकिन ये केवल अफवाह है. इस खबर में इसकी सच्चाई के बारे में जानते हैं.


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अंगदान से जुड़ीं अफवाहें


बता दें कि अंगदान मौत से पहले भी किया जा सकता है. किसी व्यक्ति की मौत के बाद एक तय समयसीमा में ही अंग, दान के लिए निकाला जा सकता है. अंगदान करने से शरीर में कमजोरी नहीं आती है. हालांकि किडनी दान करने वाले लोगों को उम्र बढ़ने के साथ हाई ब्लड प्रेशर की समस्या हो सकती है. इसके अलावा उनको प्रोटीन की कमी का सामना भी करना पड़ सकता है. पुरुष और महिला की किडनी एक जैसी होती है, दोनों एक-दूसरे को अंगदान कर सकते हैं. हां ये बात ध्यान रखें कि अंग की खरीद-फरोख्त नहीं की जा सकती है. अंग को बेचना या खरीदना क्राइम है.


अंगदान कौन कर सकता है?


अगर किसी व्यक्ति को कैंसर, एचआईवी या दिल और फेफड़ों से जुड़ी कोई पुरानी बीमारी नहीं है तो वो अंगदान कर सकता है. कोई भी व्यक्ति 18 साल की उम्र के बाद अपनी मर्जी से अंगदान कर सकता है.


इन अंगों को किया जा सकता है दान


गौरतलब है कि विश्व अंगदान दिवस (World Organ Donation Day) हर साल 13 अगस्त को मनाया जाता है. हालांकि, भारत 27 नवंबर को विश्व अंगदान दिवस से अलग अपना अंगदान दिवस मनाता है. पहली बार अंगदान साल 1954 में हुआ था. जान लें कि हमारे शरीर के ज्यादातर अंग जैसे- लिवर, किडनी, यकृत और दिल समेत तमाम अंगों को दान किया जा सकता है.


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