लंदन: ब्रिटेन (UK) में फ्यूल यानी पेट्रोल-डीजल (Petrol-Diesel) की सप्लाई को लेकर हाहाकार मचा है. कई हफ्तों से जारी किल्लत की वजह से पंप पर तोड़फोड़ के बाद अब लूट होने लगी है. ऐसे ही एक मामले में लोग तब हैरान रह गए जब करीब बीस गाड़ियों के काफिले पर सवार लोगों ने डायरेक्ट तेल लेने के लिए बिलस्टन से नॉर्थम्प्टनशायर तक करीब 70 मील गाड़ी चलाते हुए फ्यूल टैंकर का पीछा किया. काफिले में सवार लोगों को लगा था कि इस टैंकर में पेट्रोल या डीजल होगा.


सच्चाई जानकर उड़ गए होश


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लेकिन जब सच्चाई सामने आई तो इन कार चालकों के होश उड़ गए क्योंकि उस टैंकर में पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स के बजाए सीमेंट भरी थी. टैंकर के ड्राइवर ने जब एक कंस्ट्रक्शन साइट पर गाड़ी रोकी तब जाकर असलियत का खुलासा हुआ. लोगों ने ट्रक ड्राइवर को इसलिए खरी खोटी सुनाई क्योंकि जब लोगों ने उससे कुछ पूछने की कोशिश कि तो भी उसने गाड़ी नहीं रोकी.


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सेना ने संभाला मोर्चा


डेली मेल में प्रकाशित खबर के मुताबिक टैंकर चालक एंडरसन ने बाद में मीडिया को बताया कि उनके पीछे कई गाड़ियों का काफिला चल रहा था लेकिन उन्होंने इस पर ख़ास ध्यान नहीं दिया. हालात का अंदाजा आप इस बात से भी लगा सकते हैं कि कानून-व्यवस्था को सामान्य रखने के साथ-साथ पेट्रोलियम पदार्थों की आपूर्ति बहाल करने के लिए सेना (Army) को सड़कों पर उतारा गया है. आर्मी के ड्राइवर्स आज से फोरकोर्ट में फ्यूल सप्लाई पहुंचाने के लिए अपनी पोजिशन संभाल लेंगे.


विपक्ष ने की ये मांग


विपक्षी दलों ने ड्राइवरों की व्यापक कमी और आपूर्ति श्रृंखला में व्यवधान को दूर करने के लिए संसदीय बैठक बुलाने की मांग की है. वहीं संकट को दूर करने के लिए जॉनसन सरकार देश में मौजूद उन 5,000 विदेशी ड्राइवरों के अस्थायी वीजा की लिमिट बढ़ा कर 28 फरवरी, 2022 तक कर सकती है.