नई दिल्लीः रूस के एक स्कूली बच्चे ने Ichthyosaur कहे जाने 250 मिलियन साल पुराने डायनासोर (Dinosaur) का अवशेष खोजा है, ये एक सरीसृप यानी रेंगने वाला जलचर है जिसे धरती पर रहने वाले सभी जीवों में सबसे विशाल समझा जाता है. इस बच्चे की खोज की जांच वैज्ञानिकों के एक दल ने की है. इस नन्हें बालक का पसंदीदा जानवर भी डायनासोर है जिनके बारे में जानने के लिए उसने बहुत सारा अध्यन किया है. 


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खेलते-खेलते असाधारण पत्थरों से टकराया 7 साल का बालक
7 साल का दमित्री सिरेंको (Dmitry Sirenko), अपनी बहन के साथ रूस के सुदूर पूर्व स्थित रस्की द्वीप (Russky Island)  में खेल रहा था, इसी बीच उसका सामना कुछ असाधरण पत्थरों (Unusual stones) से हुआ. इन पत्थरों को सामान्य इसलिए नहीं बोल सकते हैं क्योंकि इन पर किसी बड़े जानवरों के निशान थे. 


स्कूल के छात्र सिरेंको ने कहा, 'मैं डायनासोर (dinosaurs) से बहुत प्यार करता हूं, और मैं हमेशा ही एक असली डायनासोर की हड्डियों को खोजने का सपना देखता हूं.' इस नन्हें बालक की अद्भुत खोज की पुष्टि स्थानीय जीवाश्म वैज्ञानिकों (paleontologists) की एक टीम ने की थी. नन्हे मासूम की खोज की जांच के लिए वैज्ञानिकों की टीम खुद उस जगह पहुंची जहां पर सरीसृप के अवशेष थे. 


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वैज्ञानिकों का मानना है कि कि पत्थरों पर अजीबो-गरीब तरह के निशान एक इचथ्योसोर के अवशेष हो सकते हैं, जो कि एक विशाल प्रागैतिहासिक समुद्री सरीसृप (prehistoric marine reptile) है. दिखने में यह सभी जीव जंतुओं से काफी बड़ा माना जाता है.  वैज्ञानिकों ने जीवाश्म के साथ पत्थर की प्रिमोर्स्की एक्वेरियम में ट्रांसप्लेट कर अध्य्यन किया. 


इचथ्योसोर ने 250 साल पहले खो दिया था अपना सिर
Paleontologist Yury Bolotsky ने कहा, इस इचथ्योसोर ने 250 मिलियन साल पहले अपना सिर खो दिया था.  वैज्ञानिकों ने सावधानी से पत्थरों की इस परत के हिस्से को काटने का प्लान बनाया है, ताकि इस बात की पुष्टि हो सके कि इचथ्योसोर की खोपड़ी है या नहीं. बता दें कि इचथ्योसॉर को पृथ्वी पर रहने वाले विशालकाय जानवरों में सबसे बड़ा बताया गया है. इसके शरीर की लंबाई 85 फीट तक मापी गई थी.