Japan News: जापान में आए शक्तिशाली भूकंप के पांच दिन बाद 90 साल की एक बुजुर्ग महिला को दो मंजिला घर के मलबे के नीचे से बचाया गया. सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक बचावकर्मियों ने शनिवार शाम - [भूकंप आने के 124 घंटे बाद] - इशिकावा प्रान्त के सुजु शहर में महिला को मलबे से बाहर निकाला और उसे नजदीकी अस्पताल ले गए. रविवार को एक डॉक्टर ने बताया कि महिला बातचीत करने के लिए पूरी तरह ठीक है, लेकिन उसके पैर घायल हो गए हैं.


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आपातकालीन बचाव दल के एक सदस्य कुमे ताकानोरी ने जापान के पब्लिक बॉडकास्टर एनएचके को बताया कि महिला के घुटने पहली और दूसरी मंजिल के बीच एक बहुत ही संकरी जगह में फर्नीचर के नीचे फंस गए थे. उन्होंने बताया कि महिला को मलबे से निकालने में घंटों लग गए.


बचाव कार्य के लिए पहले 72 घंटे अहम
प्राकृतिक आपदा की स्थिति में, खोज और बचाव प्रयासों के लिए पहले 72 घंटे 'बिल्कुल महत्वपूर्ण' होते हैं. एक्सपर्ट जीवित बचे लोगों को खोजने के लिए इसे 'स्वर्णिम अवधि' कहते हैं, क्योंकि फंसे हुए और घायल लोगों की स्थिति इसके बाद तेजी से बिगड़ सकती है.


भूकंप में 126 लोगों की मौत
1 जनवरी को मध्य जापान में आए 7.5 तीव्रता के भूकंप के कारण सुदूर पूर्वी रूस तक सुनामी की चेतावनी जारी की गई थी. इमारतों और सड़कों के ढह जाने के कारण तटीय इलाकों में रहने वाले हजारों लोगों को अपने घर छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा.  आपदा से मरने वालों की संख्या कम से कम 126 तक पहुंच गई है.


जापानी अधिकारियों का कहना है कि नुकसान का पूरा आकलन अभी हो नहीं सका है लेकिन 200 से अधिक लोग लापता हैं. इशिकावा में खोज एवं बचाव अभियान जारी है.


रास्ते ब्लॉक, बचाव कार्य में आ रही परेशानी
एनएचके ने बताया कि कई सड़कें अभी भी ब्लॉक हैं, जिससे आपातकालीन कर्मियों और गाड़ियों को जीवित बचे लोगों तक पहुंचने में कठिनाई हो रही है.


एक्स पर साझा किए गए एक बयान में जापानी प्रधान मंत्री फुमियो किशिदा ने कहा कि रविवार से भूकंप क्षेत्र के आसपास यातायात प्रतिबंध लागू किए जाएंगे. राहत और बचाव कार्यों से जुड़ी गाड़ियों को बिना किसी रुकावट के गुजरने की अनुमति देने के लिए ट्रैफिक को प्रभावित क्षेत्रों में एंट्री से रोक दिया जाएगा.