World News in Hindi: फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (एफबीआई) के निदेशक क्रिस्टोफर रे ने चेतावनी दी है कि हमास-इजरायल युद्ध ने अमेरिका में हिंसा के संभावित खतरों को बढ़ा दिया है. रे ने मंगलवार को कांग्रेस की सुनवाई में अपनी गवाही में इस्लामिक स्टेट समूह का जिक्र करते हुए कहा, ‘हमारा आकलन है कि हमास और उसके सहयोगियों की कार्रवाई एक प्रेरणा के रूप में काम करेगी, जिसे हमने कई साल पहले आईएसआईएस द्वारा शुरू एक्शन के बाद से नहीं देखा है.’


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‘अमेरिका के खिलाफ हमलों की अपील’
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, रे ने कहा कि इस महीने की शुरुआत में गाजा में नवीनतम संघर्ष की शुरुआत के बाद से कई विदेशी आतंकवादी संगठनों ने अमेरिकियों और पश्चिम के खिलाफ हमलों की अपील की थी.  इससे घरेलू अमेरिकी हिंसक चरमपंथियों द्वारा उत्पन्न खतरा बढ़ गया है.


रे ने कहा, ‘हमारी सबसे तात्कालिक चिंता यह है कि हिंसक चरमपंथी, व्यक्ति या छोटे समूह, मध्य पूर्व की घटनाओं से प्रेरणा लेंगे और अमेरिकियों के खिलाफ हमले करेंगे.’


‘खतरे में यहूदी समुदाय’
एफबीआई प्रमुख ने सांसदों से कहा कि अमेरिका में यहूदी समुदाय के लिए खतरा ‘ऐतिहासिक स्तर तक पहुंच रहा है.’ व्हाइट हाउस ने कई अमेरिकी विश्वविद्यालयों में यहूदी विरोधी घटनाओं की रिपोर्टों पर सोमवार को चेतावनी दी.


‘मुस्लिम और अरब अमेरिकी समुदायों के खिलाफ खतरों में बढ़ोतरी‘
अपनी गवाही के दौरान, अमेरिकी होमलैंड सुरक्षा विभाग के सचिव एलेजांद्रो मयोरकास ने यह भी कहा कि उनकी एजेंसी ने युद्ध शुरू होने के बाद से देश भर में यहूदी, मुस्लिम और अरब अमेरिकी समुदायों के खिलाफ खतरों में वृद्धि पर प्रतिक्रिया दी थी.


मयोरकास ने इस बात पर प्रकाश डाला कि यहूदी छात्रों, समुदायों और संस्थानों के खिलाफ नफरत ने ‘संयुक्त राज्य अमेरिका और दुनिया भर में यहूदी विरोधी भावना के स्तर में पहले से मौजूद वृद्धि को बढ़ा दिया है’.


(इनपुट - एजेंसी)