भारत से जंग? बांग्लादेश ने बना दी `जिहादी आर्मी`! यूनुस का क्या है ऑपरेशन `ऑक्टोपस`
Bangladesh emergence new terror network modeled: बांग्लादेश में इस प्लान को यूनुस का ऑपरेशन ऑक्टोपस कहा जा रहा है. आखिर क्यों यूनुस एक संगठित आतंकी संगठन खड़ा करना चाहते हैं और इस आतंकी गुट का टारगेट क्या है. चलिए जानते हैं.
Bangladesh terror network modeled: बांग्लादेश में कट्टरपंथियों की हिंसा की खबरें आपने लगातार देखीं. आज हम बताएंगे कि बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस के आतंकी संगठन ऑपरेशन ऑक्टोपस के बारे में. जिसे पढ़कर आप हैरान रह जाएंगे.आखिर क्यों यूनुस एक संगठित आतंकी संगठन खड़ा करना चाहते हैं और इस आतंकी गुट का टारगेट क्या है. सबकुछ जानते हैं. बांग्लादेश के एक वरिष्ठ पत्रकार ने दावा किया है कि मोहम्मद यूनुस एक बड़ा आतंकी संगठन खड़ा करने का प्लान बना रहे हैं. इस संगठन को नाम दिया गया है IRA यानी इस्लामिक रिवोल्यूशनरी आर्मी.
इस्लामिक रिवोल्यूशनरी आर्मी क्यों खड़ा करना चाहते हैं यूनुस?
इस आतंकी संगठन को ईरान के IRGC यानी इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के मॉडल पर खड़ा किया जाएगा और आतंकियों की ट्रेनिंग हिज्बुल्लार और हूती आतंकियों की तर्ज पर होगी. बताया जा रहा है कि IRA की बागडोर उन कथित छात्र नेताओं के हाथों में होगी. जिन्होंने शेख हसीना के तख्तापलट की साजिश रची थी. इस संगठन को खड़ा करने के लिए 100 करोड़ टके की फंडिंग भी जारी कर दी गई है.
ऑपरेशन ऑक्टोपस
बांग्लादेश में इस प्लान को यूनुस का ऑपरेशन ऑक्टोपस कहा जा रहा है. आखिर क्यों यूनुस एक संगठित आतंकी संगठन खड़ा करना चाहते हैं और इस आतंकी गुट का टारगेट क्या है. चलिए जानते हैं. हूती और हिज्बुल्ला. गाजा में हमास के खिलाफ इजरायली सैन्य कार्रवाई के दौरान ये दोनों नाम पूरी दुनिया ने सुने. लोगों को पता चला कि ईरान के प्यादे माने जाने वाले ये आतंकी संगठन कितने खतरनाक हैं...और अब इसी मॉडल पर चल रहा है मोहम्मद यूनुस ऑपरेशन ऑक्टोपस. मोहम्मद यूनुस ने जिस IRGC की तर्ज पर इस टेरर गुट को खड़ा करने की साजिश रची है. वो ऑक्टोपस की तरह ही काम करता है. यानी IRGC सिर है और अलग अलग आतंकी संगठन उसकी भुजाएं हैं. IRGC ने लेबनान में हिज्बुल्ला को खड़ा किया. यमन में हूती आतंकियों को हथियारबंद किया. सीरिया में फतेह मियोन और जैन ए बियोन ब्रिगेड को खड़ा किया और इराक में कतैब हिज्बुल्ला को पावरफुल बनाया. इन गुटों के नाम और देश अलग अलग थे, लेकिन टारगेट एक ही था- ईरान का दुश्मन इजरायल.
IRGC का क्या है मॉडल?
IRGC के इसी मॉडल को यूनुस अपनाना चाहते हैं. यानी आतंकवादियों का एक ऐसा नेटवर्क तैयार करना जो बांग्लादेश और उसके साथी देशों के मकसदों को पूरा करे. पाकिस्तान में पहले से ही लश्कर ए तोएबा और जैश ए मोहम्मद जैसे आतंकी गुट सक्रिय हैं. बांग्लादेश में इस्लामिक रिवोल्यूशनरी आर्मी को यूनुस खड़ा करना चाहते हैं. इंडोनेशिया में जेम्मा इस्लामिया मौजूद है. फिलीपींस में अबू सय्याफ लगातार आतंकी हमले करता आया है.
इस आतंकी नेटवर्क से क्या होगा फायदा?
इस किस्म के आतंकी गुटों का नेटवर्क खड़ा करने से किसी भी देश या ताकत को कुछ फायदे होते हैं. पहला फायदा ये होता है कि ऐसे आतंकियों के जरिए जिस भी देश को अलग अलग दिशाओं से टारगेट किया जा सकता है...दूसरा फायदा ये होता है कि संगठित गुटों की तादाद और ताकत ज्यादा हो जाती है...निशाना बनाए गए देश को ऐसे खतरे से निपटने के लिए अपने संसाधनों को अलग अलग क्षेत्र में बांटना पड़ता है...और अगर कोई एक गुट खत्म भी हो जाए...तब भी दूसरे गुटों के जरिए.. आतंकी हमलों को जारी रखा जा सकता है मोहम्मद युनुस और कथित सलाहकारों ने इस संगठन की फंडिंग के साथ ही साथ...आतंकी भर्ती का प्लान भी तैयार कर लिया है...ज़ी न्यूज़ को मिली एक्सक्लूसिव जानकारी के मुताबिक ...आतंकियों की भर्ती के लिए जमात ए इस्लामी जैसे...कट्टरपंथी संगठनों का इस्तेमाल किया जाएगा. आतंकियों की भर्ती के लिए सबसे पहले मदरसों से कम उम्र के नौजवानों को भर्ती किया जाएगा. फिर कॉलेज और यूनिवर्सिटीज़ से पढ़े लिखे नौजवानों को आतंकी गुटों में भर्ती किया जाएगा.
मदरसों से तैयार होंगे आतंकी
यानी मदरसों से आतंकी लश्कर तैयार किया जाएगा और उस लश्कर को चलाने के लिए कमांडर कॉलेज और यूनिवर्सिटीज से तैयार किए जाएंगे. मोहम्मद यूनुस ने अपनी सत्ता को बचाए रखने के लिए आतंकी लश्कर खड़ा करने का फैसला तो कर लिया है. लेकिन एक बड़ा आतंकी नेटवर्क ना सिर्फ भारत...बल्कि श्रीलंका, नेपाल से लेकर चीन जैसी सुपरपावर के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकते हैं
100 करोड़ टका की फंडिंग
यूनुस के इस टेरर नेटवर्क को ना सिर्फ 100 करोड़ टका की फंडिंग दी गई है बल्कि आगे भी आतंकी गतिविधियों को चलाने के लिए पैसे का इंतजाम का प्लान तैयार है. ये पैसा आएगा ड्रग्स से जिसके लिए ISI और यूनुस सरकार ने सप्लाई रूट तैयार किए है.
ड्रग्स से इकट्ठा किया जाएगा पैसा
- पहला प्रस्तावित रूट है स्ट्रेट ऑफ मलक्का से पाकिस्तान से ड्रग्स बांग्लादेश आएंगी. बांग्लादेश से ड्रग्स की खेप फिलीपींस होते हुए जापान और फिर आगे रूस पहुंचेगी.
- दूसरा रूट तैयार किया गया है पाकिस्तान से. पाकिस्तान से ड्रग्स दक्षिण अफ्रीका जाएगी. जहां से मेक्सिको होते हुए ड्रग्स को अमेरिका और यूरोप तक पहुंचाने की तैयारी की गई है.
ड्रग्स पाकिस्तानी फौज और ISI का पुराना धंधा रहा है और अब इसी काले व्यापार में यूनुस भी अपने हाथ गंदे करने जा रहे हैं.