सीरिया में कौन हैं 'पूर्व शासन के अवशेष', जिन्हें खोज-खोजकर मारने का बना प्लान, सैन्य हेलिकॉप्टरों की भी तैनाती
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सीरिया में कौन हैं 'पूर्व शासन के अवशेष', जिन्हें खोज-खोजकर मारने का बना प्लान, सैन्य हेलिकॉप्टरों की भी तैनाती

Former Regime Remnants: सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद देश छोड़कर भाग जाने के साथ ही असद परिवार की करीब साढ़े पांच दशक से चली आ रही सत्ता का अंत हो गया. इसके बाद अब असद के 'पूर्व शासन के अवशेष' को निशाना बनाया जा रहा है. इसके लिए बकायदा  सैन्य हेलिकॉप्टरों की तैनाती भी की जा रही है. तो आइए जानते हैं कौन हैं  'पूर्व शासन के अवशेष'. क्यों इन्हें मारा जा रहा.

 

सीरिया में कौन हैं 'पूर्व शासन के अवशेष', जिन्हें खोज-खोजकर मारने का बना प्लान, सैन्य हेलिकॉप्टरों की भी तैनाती

Syria interim authorities against former regime remnants: सीरिया की अंतरिम प्रशासन के सैन्य बलों ने 'पूर्व शासन के अवशेष' के खिलाफ हवाई हमले तेज कर दिए हैं. अंतरिम प्रशासन 'पूर्व शासन के अवशेष' असद सरकार के लिए लड़ रहे सशस्त्र लड़ाकों को कह रहा है. मीडिया चैनलों ने प्रशासन के एक बयान का हवाला देते हुए बताया कि हेलीकॉप्टर ग्रामीण लताकिया में इस्तामो एयरफील्ड से उड़ान भर रहे हैं, जो तटीय ग्रामीण इलाकों में अभी भी सक्रिय सशस्त्र तत्वों को निशाना बना रहे हैं, जिसमें उपयोग में आने वाले हेलीकॉप्टरों की संख्या या ऑपरेशन के दायरे के बारे में विस्तार से नहीं बताया गया है.

सैन्य हेलिकॉप्टरों की तैनाती
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, यह तैनाती राष्ट्रीय स्तर पर सुरक्षा उपायों की एक श्रृंखला के तहत की गई है, जिसका उद्देश्य नए नेतृत्व की सत्ता को मजबूत करना है. शनिवार को सीरिया के नवनियुक्त खुफिया प्रमुख अनस खत्ताब ने एक आधिकारिक बयान में देश की सुरक्षा व्यवस्था को "हमारे लोगों की बलिदानों और लंबी धरोहर के अनुरूप" पुनर्गठित करने का वादा किया. खत्ताब ने कहा कि सीरिया की सभी मौजूदा सुरक्षा शाखाओं को खत्म कर दिया जाएगा और उनका पुनर्गठन किया जाएगा. हालांकि, उन्होंने इस पुनर्गठन के लिए कोई समयसीमा या विशिष्ट विवरण प्रदान नहीं किया.

8 दिसंबर को असद की गई सत्ता
खत्ताब की ओर से यह घोषणा ऐसे समय में की गई है जब सीरिया 8 दिसंबर को पिछली सरकार के पतन के बाद एक संवेदनशील राजनीतिक परिवर्तन से गुजर रहा है. हयात तहरीर अल-शाम के नेतृत्व में एक सैन्य गठबंधन ने 27 नवंबर को उत्तरी सीरिया से एक बड़े सैन्य अभियान की शुरुआत की. इसने दक्षिण की ओर बढ़ते हुए राजधानी दमिश्क पर कब्जा किया और 12 दिनों के भीतर पूर्व सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल-असद की सरकार को उखाड़ फेंका.

सीरिया में किस बात पर लगी बंदिश
सीरियाई सूचना मंत्रालय ने सीरियाई लोगों के बीच विभाजन फैलाने के उद्देश्य से सांप्रदायिक लहजे वाली किसी भी मीडिया सामग्री या समाचार के प्रसार या प्रकाशन पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की. सीरियाई गृहयुद्ध ने सांप्रदायिक रूप लिया क्योंकि असद ने मध्य पूर्व से शिया मिलिशिया को अपने यहां पैर जमाने की खुली छूट दी. मीडिया ने बताया कि पुलिस ने हिंसक प्रदर्शन के बाद बुधवार रात कर्फ्यू लगा दिया. स्थानीय लोगों के अनुसार प्रदर्शन में अलावी और शिया धार्मिक समुदायों के सदस्य शामिल थे.

सीरिया में मचा कोहराम
होम्स से बुधवार को सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए फुटेज में लोगों की भीड़ को तितर-बितर होते हुए और उनमें से कुछ को भागते हुए दिखाया गया. असद के लंबे समय तक सहयोगी रहे ईरान ने हाल के दिनों में सीरिया में हुई घटनाओं की आलोचना की. ईरानी सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने सीरियाई युवाओं से अपील की कि वह उन लोगों के खिलाफ दृढ़ संकल्प के साथ खड़े होने का आह्वान किया जिन्होंने इस असुरक्षा को अंजाम दिया है. उन्होंने भविष्यवाणी की कि सीरिया में एक मजबूत और सम्मानजनक समूह भी उभरेगा क्योंकि सीरियाई युवाओं के पास खोने के लिए कुछ भी नहीं है.

सीरिया के नवनियुक्त विदेश मंत्री, असद हसन अल-शिबानी ने मंगलवार को एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि ईरान को सीरियाई लोगों की इच्छा और सीरिया की संप्रभुता और सुरक्षा का सम्मान करना चाहिए. उन्होंने कहा कि हम उन्हें सीरिया में अराजकता फैलाने के खिलाफ चेतावनी देते हैं और हम उन्हें नवीनतम टिप्पणियों के नतीजों के लिए जिम्मेदार ठहराते हैं. इनपुट आईएएनएस से

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