अबू धाबी/काबुल: अफगानिस्तान (Afghanistan) की राजधानी काबुल पर पर तालिबान (Taliban) के कब्जे से पहले ही अशरफ गनी (Ashraf Ghani) देश छोड़कर भाग गए थे. गनी की लोकेशन को लेकर लगातार अटकलें लगाई जा रही थीं, अब इस पर विराम लग गया है. अफगानिस्तान से भागने के बाद अशरफ गनी ने UAE में शरण ली है. यूएई ने इस बात की पुष्टि भी कर दी है.  यूएई की तरफ से कहा गया है कि मानवता के अधार पर अशरफ गनी और उनके परिवार को शरण दी गई है. 


इंटरपोल से गिरफ्तारी की मांग 


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इस बीच ताजिकिस्तान स्थित अफगानिस्तान (Afghanistan) दूतावास ने इंटरपोल से अशरफ गनी (Ashraf Ghani) को हिरासत में लेने को कहा है. एंबेसी ने इंटरपोल से अशरफ गनी, हमदल्लाह मोहिब और फजल महमूद फाजली को सार्वजनिक संपत्ति चुराने के आरोप में हिरासत में लेने को कहा है ताकि इन फंड्स को अफगानिस्तान को वापस किया जा सके. टोलो न्यूज ने सूत्रों के हवाले से खबर चलाई है कि अशरफ गनी पर खजाना चोरी का आरोप लगा है, इसीको लेकर अफगान दूतावास ने इंटरपोल से गिरफ्तारी की मांग की है.


उखाड़ फेंकी गनी की तस्वीर 


उधर उपराष्‍ट्रपति अमरुल्‍ला सालेह (Amrullah Saleh) ने खुद को देश का कार्यवाहक प्रेसिडेंट घोषित कर दिया है. अमरुल्ला सालेह ने मंगलवार को ट्विटर पर लिखा कि अब वह अफगानिस्तान के संविधान के अनुसार 'कार्यवाहक राष्ट्रपति' हैं. सालेह की इस घोषणा के बाद ताजिकिस्तान की राजधानी दुशांबे (Dushanbe) में मौजूद अफगानी दूतावास (Embassy) ने अशरफ गनी की तस्‍वीर को उखाड़ फेंक दिया है. गनी की जगह पर अब अमरुल्‍ला सालेह की तस्‍वीर लगा दी गई है.


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गनी लेकर भागे खजाना


बता दें, अशरफ गनी 15 अगस्त को अफगानिस्तान से भाग गए थे. इसके कुछ देर बाद ही तालिबान ने राजधानी काबुल और राष्ट्रपति निवास पर कब्जा कर लिया था. अफगानिस्तान छोड़ने के पीछे गनी ने तर्क दिया था कि वे देश में खूनखराबा और तबाही रोकने के लिए ये कदम उठा रहे हैं. अफगानिस्तान से भागने के बाद मीडिया में इस तरह की रिपोर्ट्स आई थीं कि अशरफ गनी कई गाड़ियों में पैसे भरकर ले गए हैं.


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