Sheikh Hasina Future Plan: बांग्लादेश में तख्तापलट हुआ और प्रधानमंत्री शेख हसीना को देश छोड़कर भागना पड़ा. बांग्लादेश में अंतरिम सरकार भी तैयार हो गई. लेकिन अब खबर है कि शेख हसीना बांग्लादेश वापसी का प्लान तैयार कर रही हैं. शेख हसीना को बांग्लादेश में हालात सुधरने का इंतजार है. इसके बाद वे फिर देश वापसी करके हसीना जमात कैबिनेट को बड़ा चैलेंज दे सकती हैं. बांग्लादेश से निकलकर भारत में रुकीं शेख हसीना की तरफ से बांग्लादेश वापसी पर कोई सीधी प्रतिक्रिया तो नहीं आई है. लेकिन शेख हसीना के बेटे सजीब वाजेद जॉय ने अपनी राय जरूर जाहिर की है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

'वे बांग्लादेश नहीं छोड़ना चाहती थीं'


उनके बेटे ने एक इंटरव्यू ने कहा, 'वे अपनी जिंदगी बाहर नहीं बिताना चाहतीं. इसलिए हम यह देखने का इंतजार कर रहे हैं कि स्थिति कैसी रहती है, वह राजनीति में लौटती हैं या नहीं, वह बांग्लादेश वापस जाना चाहेंगी. वह वास्तव में बांग्लादेश छोड़ना नहीं चाहती थी. यह उनका घर है. वह देश से प्यार करती हैं, राजनीति के बाद भी वह रिटायर होकर यहीं रहना चाहती थीं.'


पिछले एक हफ्ते के अंदर पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश की पूरी तस्वीर ही पलट गई है. आरक्षण को लेकर शुरू जनता की लड़ाई हिंसक होती गई. बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना को देश छोड़कर भागना पड़ा. बांग्लादेश की कमान नई अंतरिम सरकार ने संभाल ली और अब बांग्लादेश के हालात स्थिर होने शेख हसीना के दोबारा देश लौटने चर्चा जोरों पर है.


'पार्टी की खातिर कर सकती हैं देश वापसी'


इससे पहले शेख हसीना के बेटे ने कहा था कि उनकी मां अब बांग्लादेश नहीं लौटेगी. लेकिन इस बार साजीब वाजेद जॉय ने कहा है कि अगर देश में अवामी लीग को दोबारा खड़ा करना है तो उनकी मां जैसे लीडर की ही जरूरत होगी. उनकी मां अवामी लीग की खातिर देश वापसी कर सकती हैं.


शेख हसीना के बेटे ने कहा, 'मजबूत नेतृत्व के बिना अवामी लीग के वापस आने की कोई संभावना नहीं है. इसीलिए हमने एक परिवार के रूप में निर्णय लिया कि हम अवामी लीग को नुकसान नहीं होने दे सकते. हमारी अवामी लीग ने अभी भी बांग्लादेश की सबसे पुरानी और सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी है. हमारे करोड़ों समर्थक हैं. पूरे देश में हमारी पार्टी के लाखों सदस्य हैं. हम उन्हें छोड़ नहीं सकते.' 


'ब्रिटेन में शरण मांगने की खबरें गलत'


बांग्लादेश के हालात बिगड़ने के बाद शेख हसीना बांग्लादेश से निकलकर सीधे भारत की जमीन पर उतरीं. उनके ब्रिटेन से शरण मांगने की भी खबरें सामने आईं. लेकिन अब शेख हसीना के बेटे ने खुलासा करते हुए कहा है कि उनकी मां ने फिलहाल शरण नहीं मांगी हैं. उनके शरण मांगने को लेकर चल रही खबरें गलत हैं. 


सजीब वाजेद जॉय ने कहा, 'मैं जानता हूं कि बहुत सारी अफवाहें चल रही हैं, लेकिन मेरी मां ने किसी भी देश में शरण के लिए आवेदन नहीं किया है. उन्होंने कोई योजना नहीं बनाई है. वह वास्तव में बांग्लादेश छोड़ना नहीं चाहती थी. यह हमारा अपना घर है. वह देश से प्यार करती हैं, राजनीति के बाद भी वह रिटायर होकर यहीं रहना चाहती हैं.'


मोहम्मद यूनुस ने संभाल ली कमान


इस बीच गुरुवार को बांग्लादेश में अफरा-तफरी के माहौल के बीच मोहम्मद यूनुस ने देश की बागडोर संभाल ली है. मोहम्मद यूनुस के सामने फिलहाल देश में शांति बहाल करने और नया चुनाव कराने की बड़ी जिम्मेदारी है. बांग्लादेश के चुनावों में शेख हसीना की एंट्री होती है तो शायद बांग्लादेश के इतिहास का सबसे रोमांचक चुनाव होगा.