नई दिल्ली/मिंस्क: रेयानएयर (Ryanair) के यात्री विमान को बेलारूस द्वारा 'हाईजैक' किए जाने का मुद्दा वैश्विक स्तर पर चर्चा का बड़ा विषय बन गया है. दुनिया भर में बेलारूस के राष्ट्रपति की निंदा हो रही है. हालांकि विमान को बीच में ही रोके जाने के पीछे बम की खबर होना बताया जा रहा है. 


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मिंस्क एयरपोर्ट पर हुई इमरजेंसी लैंडिंग
डेली मेल की खबर के मुताबिक ग्रीस के एथेंस से लिथुआनिया के विलिनियस शहर जा रहे रेयानएयर के यात्री विमान को उतारने के लिए बेलारूस के राष्ट्रपति द्वारा आसमान में लड़ाकू विमान (Fighter Plane) भेजा गया. यात्री जेट में बम की धमकी के बहाने एक लड़ाकू विमान द्वारा उतरने के लिए मजबूर किया गया. इसके बाद मिंस्क एयरपोर्ट पर विमान की आपातकालीन लैंडिंग करानी पड़ी.


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पत्रकार और गर्लफ्रेंड को गिरफ्तार किया
इसके बाद विपक्षी पत्रकार रोमन प्रोतसाविक (26) को विमान से उतार दिया गया और उसकी 23 वर्षीय रूसी गर्लफ्रेंड सोफिया सपेगा के साथ गिरफ्तार कर लिया गया. विमान बोइंग 737, जिसमें 170 से अधिक यात्री सवार थे वे इस घटनाक्रम से परेशान हो गए. कुछ विमानन विशेषज्ञों का मानना है कि मिग- 29 लड़ाकू जेट ने रायनियर को गोली मारने की धमकी भी दी.


कुछ यात्रियों पर संदेह
आयरिश एयरलाइन बॉस ओ'लेरी ने इसे 'राज्य प्रायोजित अपहरण' कहा और कहा कि 'हमारा मानना ​​है कि हवाई अड्डे पर कुछ केजीबी एजेंट भी उतारे गए थे.' चार रूसी यात्रियों पर संदेह किया जा रहा है, जो स्वेच्छा से मिंस्क में ही रुक गए जबकि उन्होंने लिथुआनियाई राजधानी, विनियस की टिकट ली थी. 


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पत्रकार के पीछे क्यों पड़े राष्ट्रपति?
पत्रकार प्रोतसाविक को जब गिरफ्तार किया जा रहा था तब उसने कहा था कि 'वे मुझे मार डालेंगे.' बता दें, बेलारूस में अभी भी 'मृत्युदंड' की सजा दी जाती है. प्रोतसाविक बेलारूसी राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको (Alexander Lukashenko) के एक मुखर आलोचक हैं. लुकाशेंको को 'यूरोप का आखिरी तानाशाह' कहा जाता है. पिछले साल धांधली के बाद उनके खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन आयोजित करने में प्रोतसाविक की भूमिका रही थी, तबसे ही वे बेलारूस पुलिस के निशाने पर थे. 


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