Bangladeshi Hindus: बाइडेन सरकार से पूछा गया बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले से जुड़ा सवाल, मिला ये जवाब
Bangladesh Crisis: पिछले हफ्ते शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने और देश छोड़ने के बाद हिंदू समुदाय को निशाना बनाया जा रहा है. हसीना को छात्रों के एक आंदोलन की वजह से सत्ता छोड़नी पड़ी जो आगे चलकर विद्रोह में बदल गया.
US News: अमेरिका के राष्ट्रपति कार्यालय ‘व्हाइट हाउस’ ने कहा है कि अमेरिका बांग्लादेश के हालात पर निगरानी जारी रखेगा. उसने इस बात पर भी बल दिया कि राष्ट्रपति जो बाइडन मानवाधिकार के मुद्दों पर ‘स्पष्ट और बेबाक तरीके से बोलते रहेंगे.’
‘व्हाइट हाउस’ की प्रेस सचिव कैरिन ज्यां-पियरे, हिंदू-अमेरिकी समूहों और भारतीय-अमेरिकी सांसदों की उस अपील के संबंध में पूछे सवालों का जवाब दे रही थीं. इनमें बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के जीवन और संपत्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अमेरिकी सरकार से हस्तक्षेप करने की मांग की गई थी. बता दें शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने और देश छोड़ने के बाद हिंदू समुदाय को निशाना बनाया जा रहा है.
ज्यां-पियरे ने कहा, ‘हम निश्चित रूप से हालात पर निगरानी जारी रखेंगे. मेरे पास इसके अलावा और कुछ कहने को नहीं है. लेकिन, जब भी मानवाधिकार से जुड़े मुद्दों की बात आती है तो राष्ट्रपति (जो बाइडन) सार्वजनिक रूप से और निजी तौर पर स्पष्ट तथा बेबाक तरीके से बोलते रहे हैं और ऐसे ही बोलते रहेंगे.’
बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के कथित मानवाधिकार हनन की घटनाओं के खिलाफ पिछले कुछ दिन से अमेरिका के विभिन्न शहरों में सैकड़ों हिंदू-अमेरिकी नागरिकों की ओर से शांतिपूर्ण विरोध मार्च निकाले जा रहे हैं.
रविवार को अटलांटा में एक मार्च को संबोधित करते हुए, सांसद शॉन स्टिल ने अमेरिकी विदेश विभाग से बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा और हितों को सुनिश्चित करने की अपील की थी. कई अन्य सांसदों ने भी ऐसे ही विचार व्यक्त करते हुए इस मांग को दोहराया था.