Boycott X : ट्रंप की केबिनेट में शामिल हुए टेक अरबपति और सोशल मीडिया प्‍लेटफॉर्म X के मालिक एलन मस्‍क के लिए अच्‍छे दिन शुरू हुए हैं या बुरे दिन, यह कहना मुश्किल है. एक ओर अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप ने एलन मस्क को अपनी सरकार में बड़ी जिम्मेदारी दी है. वहीं दूसरी तरफ उनके खिलाफ विरोध और मुकदमे हो रहे हैं. पहले तो यूरोप के सबसे अमीर शख्‍स ने X पर बिना मंजूरी के कंटेट का उपयोग करने पर कोर्ट में मुकदमा ठोक दिया है. वहीं अब मशहूर ब्रिटिश न्‍यूजपेपर द गार्जियन ने X का बायकॉट करते हुए इसे अलविदा कह दिया है.


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टॉक्सिक हो गया है यह प्‍लेटफॉर्म
 
ब्रिटेन के अखबार गार्जियन ने X पर नफरत फैलाने का आरोप लगाते हुए इसका इस्तेमाल करने से इनकार कर दिया है. इसके साथ ही गार्जियन सोशल मीडिया प्‍लेटफॉर्म X से एग्जिट भी हो गया है. गार्जियन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर नफरत फैलाने के लिए एलन मस्क को जिम्मेदार ठहराया है.


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ट्रंप के चुनाव जीतने के बाद लिया निर्णय


गार्जियन ने X छोड़ने का फैसला अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव होने के बाद लिया है. इन चुनावों में डोनाल्‍ड ट्रंप ने ऐतिहासिक जीत हासिल की है और अपनी केबिनेट में एलन मस्‍क को शामिल किया है. 13 नवंबर को प्रकाशित एक आर्टिकल में गार्जियन ने कहा, 'हमें लगता है कि X पर होने का अब फायदा नहीं है. यहां निगेटिविटी ज्यादा बढ़ गई है.' साथ ही इस आर्टिकल को X पर पोस्‍ट करने के साथ ही गार्जियन यहां से एग्जिट हो गया है.


खोजेंगे बेहतर उपाय
अखबार ने कहा कि X अब टॉक्सिक प्लेटफॉर्म हो गया है. यहां टॉक्सिक कंटेंट की भरमार है. ऐसी स्थितियों में बेहतर है कि हम हमारे कंटेंट को प्रमोट करने के लिए कोई बेहतर उपाय खोजें. एलन मस्क ने अपनी राजनीतिक विचारधारा को धार देने के लिए इस प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल किया है.


 



बता दें कि गार्जियन दुनिया के प्रतिष्ठित और पुराने अखबारों में से एक है. इसकी स्थापना 1821 में की गई थी. उस समय इसका नाम मैनचेस्टर था लेकिन 1959 में इसका नाम बदलकर गार्जियन कर दिया गया. X पर गार्जियन के आधिकारिक अकाउंट पर दो करोड़ से ज्यादा फॉलोअर्स हैं.