Philippines : दक्षिण चीन सागर में चीन और फिलीपींस के बीच एक बार फिर से तनाव पैदा हो गया है. विवादित दक्षिण चीन सागर में दादागिरी और पोत रोकने से जुड़ी झड़प के बीच मंगलवार( 5 मार्च ) को चीन और फिलीपींस के तट रक्षक बलों के पोतों में टक्कर हो गई.  जिसमें फिलीपींस के चालक दल में शामिल चार लोग घायल हो गए.  


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यह घटना ऐसे समय में हुई जब दक्षिण पूर्व एशियाई नेता एक एशियाई शिखर सम्मेलन के लिए एकत्र हुए, जहां समुद्र में बीजिंग के आक्रामक रुख पर चिंता व्यक्त किए जाने की उम्मीद है.


 


फिलीपींस के अधिकारियों ने कहा कि चीनी तट रक्षक पोतों और उनके साथ आए अन्य पोतों हाजों ने विवादित सेकेंड थॉमस शोल के पास फिलीपीन तट रक्षक और आपूर्ति जहाजों को रोक दिया और खतरनाक युद्धाभ्यास किया, जिससे चीनी जहाजों और फिलीपींस के दो जहाजों के बीच दो छोटी टक्कर हो गई.


 


सूर्योदय के बाद हुई टक्कर से फिलीपींस  तट रक्षक के बीआरपी सिंदांगन को मामूली चोट पहुंची. फिलीपींस के अधिकारियों ने कहा कि एक घंटे से अधिक समय बाद, एक अन्य चीनी तटरक्षक जहाज ने पहले रास्ता रोका और फिर उस एक आपूर्ति नौका से टकरा गया. जिसे फिलीपींस तटरक्षक बल ले जा रहा था.


 


फिलीपींस  के नौसेनाकर्मियों की नौका दो चीनी तट रक्षक पोतों से किए गए पानी की बौछार के चपेट में आ गई. फिलीपींस की सरकार के एक टास्क फोर्स के बयान के अनुसार, पानी की बौछार से नौका की खिड़की टूट गई जिससे चालक दल के कम से कम चार सदस्य घायल हो गए.


 


टास्क फोर्स ने कहा, फिलीपींस  के कब्जे वाले शोल पर सामग्री का आपूर्ति करने और सैनिकों की खेप पहुंचाने जा रहे फिलीपींस जहाजों के खिलाफ चीन की नवीनतम दादागीरी और खतरनाक युद्धाभ्यास ने हमारे लोगों के जीवन को खतरे में डाल दिया.


 


शोल पिछले साल चीनी और फिलीपींस तट रक्षक जहाजों के बीच कई तनावपूर्ण झड़पों का स्थल रहा है. चीनी तट रक्षक ने एक बयान में कहा कि उसने रेनाई रीफ से सटे जल क्षेत्र में अवैध रूप से घुसपैठ करने वाले फिलीपींस के जहाजों के खिलाफ कानून के अनुसार कदम उठाए है.


 


बीजिंग दूसरे थॉमस शोल के लिए ‘रेनाई रीफ’ नाम का उपयोग करता है. चीनी तट रक्षक बल के प्रवक्ता ने कहा कि फिलीपींस के जहाज ने जानबूझकर चीनी तट रक्षक जहाज को टक्कर मार दी, जिससे उसमें मामूली खरोच आ गई. 


 


मनीला में चीनी दूतावास ने एक बयान में कहा, कि चीन ने अपनी संप्रभुत्ता, अधिकारों और हितों की रक्षा करने के लिए कानून के अनुसार आवश्यक कदम उठाए हैं. इस टकराव से विवादित समुद्री क्षेत्र में खतरा पैदा हो गया है, जिसमें अमेरिका भी शामिल हो सकता है.