सियोल: मलेशिया ने शुक्रवार को कहा कि वह उत्तर कोरिया के सभी राजनयिकों को 48 घंटे के भीतर देश छोड़ने का आदेश देगा. उत्तर कोरिया के एक संदिग्ध अपराधी को अमेरिका प्रत्यर्पित करने के मलेशिया के फैसले के बाद दोनों देशों के कूटनीतिक संबंधों में खटास आ गई है. जिसके बाद उत्तर कोरिया ने मलेशिया से सभी संबंध समाप्त कर लिए थे.


उत्तर कोरिया ने उठाया था पहला कदम


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

मलेशिया की इस घोषणा से कुछ ही घंटे पहले उत्तर कोरिया ने कहा था कि वह 'मलेशिया के साथ कूटनीतिक संबंधों को पूरी तरह तोड़ रहा है क्योंकि उसने अमेरिकी दबाव में उत्तर कोरिया के खिलाफ पूरी तरह प्रतिकूल कदम उठाया है.' उत्तर कोरिया ने धनशोधन के आरोपों को अमेरिका द्वारा 'गढ़ा हुआ और सरासर साजिश' बताया था और चेतावनी दी थी कि वाशिंगटन इसका 'उचित मूल्य चुकाएगा.' यह वाशिंगटन और प्योंगयोंग के बीच बढ़ती दुश्मनी की नवीनतम घटना है. उत्तर कोरिया ने परमाणु गतिरोध को लेकर अमेरिका के बाइडन प्रशासन पर दबाव बढ़ाया है.


VIRAL VIDEO



ये भी पढ़ें: पॉर्न से सावधान: घर में अकेले था 17 साल का किशोर, सेक्स एक्ट के दौरान चली गई जान


उत्तर कोरिया से 2017 में ही वापस आ गए थे सभी राजनयिक


मलेशिया के विदेश मंत्रालय ने उत्तर कोरिया के इस कदम को ‘‘अमित्रवत’’ बताया. उसने कहा कि सरकार उत्तर कोरिया के दूतावास के सभी राजनयिक कर्मचारियों और उनके आश्रितों को 48 घंटे के भीतर मलेशिया छोड़ने का आदेश जारी करेगी. मंत्रालय ने कहा कि उत्तर कोरिया के निर्णय के चलते वह प्योंगयांग में अपना दूतावास बंद करने को मजबूर हुआ. विदेश मंत्री हिशामुद्दीन हुसैन ने ट्वीट किया कि 2017 में दूतावास का कामकाज निलंबित होने के बाद उत्तर कोरिया से सभी मलेशियाई राजनयिक वापस आ गए थे.