साबित हुए डोनाल्ड ट्रंप पर लगे आरोप तो हो सकती है 136 साल की सजा, लगे हैं 34 संगीन आरोप
कोर्ट ने सुनवाई के दौरान ट्रंप को चेतावनी दी कि वो सोशल मीडिया में ऐसे कुछ भी नहीं बोलेंगे जिससे उनके समर्थकों में विरोध की भावना तेज हो. कोर्ट ने कहा कि अगर वो ऐसा करते हैं तो उनके सार्वजनिक तौर पर कुछ भी लिखने-बोलने पर बैन लग सकता है.
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर पोर्न स्टार को मुंह बंद रखने समेत 34 संगीन आरोप लगे हैं. इन आरोपों पर मंगलवार को मैनहट्टन की कोर्ट में सुनवाई हुई, इस दौरान ट्रंप ने कहा कि वो पूरी तरह से निर्दोष हैं और उन्हें गलत तरीके से फंसाने की कोशिश की जा रही है ताकि वो आने वाले 2024 के राष्ट्रपति चुनाव की रेस से बाहर हो जाएं.
कोर्ट ने सुनवाई के दौरान ट्रंप को चेतावनी दी कि वो सोशल मीडिया में ऐसे कुछ भी नहीं बोलेंगे जिससे उनके समर्थकों में विरोध की भावना तेज हो. कोर्ट ने कहा कि अगर वो ऐसा करते हैं तो उनके सार्वजनिक तौर पर कुछ भी लिखने-बोलने पर बैन लग सकता है.
कितनी हो सकती है सजा?
न्यूयॉर्क जिला अटॉर्नी एल्विन ब्रैग ने कोर्ट में हुई सुनवाई के बाद बताया कि मामला ट्रंप के 34 झूठे बयानों को लेकर है. अगर ट्रंप को कोर्ट सभी आरोपों में दोषी मानता है तो उन्हें 136 सालों की सजा हो सकती है. क्योंकि सभी अपराधों की सजा को जोड़ने के बाद ये आंकड़ा 136 साल हो जाता है.
कौन-कौन से हैं आरोप?
डोनाल्ड ट्रंप पर साल 2016 में राष्ट्रपति चुनाव से पहले पोर्न स्टार स्टार्मी डेनियल के साथ रात बिताने के बाद उसे मुंह बंद रखने के लिए 1.3 लाख डॉलर देने का आरोप है. इसके अलावा पूर्व प्लेब्वाय मॉडल करेन मैकडॉगल को नेगेटिव रिपोर्ट नहीं छापने के लिए 1.5 लाख डॉलर देने का आरोप है. इसके अलावा उन पर कुल 34 आरोप लगे हैं.
पहली बार हुई अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति की गिरफ्तारी
मंगलवार को मैनहट्टन जिला अटॉर्नी के दफ्तर से ट्रंप को गिरफ्तार किया गया. अमेरिका के इतिहास में यह पहली बार हुआ जब आपराधिक मामले में किसी पूर्व राष्ट्रपति की गिरफ्तारी हुई हो. ट्रंप मैनहट्टन की अदालत में सरेंडर करने पहुंचे थे.
ट्रंप ने सुनवाई के बाद करीब आधे घंटे तक फ्लोरिडा स्थित मार-ए-लागो में अपने घर पर भाषण दिया. इस दौरान उन्होंने कहा, ‘मैं निर्दोष हूं. मेरा एकमात्र अपराध यह है कि मैं उन लोगों से देश की रक्षा करने को लेकर प्रतिबद्ध हूं, जो इसे नष्ट करना चाहते हैं. हमने उच्च स्तर पर चुनाव में हस्तक्षेप होते देखा है.’