North Korea News: उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया के साथ मेल-मिलाप और पुनर्मिलन को बढ़ावा देने वाली कई सरकारी संस्थाओं को ख़त्म कर दिया. देश नेता किम जोंग उन ने चेतावनी दी कि उनका देश युद्ध से बचना नहीं चाहता है.


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उत्तर कोरिया की संसद, सुप्रीम पीपुल्स असेंबली में एक भाषण के दौरान किम ने कहा कि दक्षिण कोरिया के साथ एकीकरण अब संभव नहीं है.  उन्होंने दक्षिण कोरिया के स्टेट्स को एक अलग, ‘शत्रुतापूर्ण देश’ में बदलने के लिए संवैधानिक संशोधन की अपील की. अलजजीरा के मुताबिक राज्य संचालित कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी (केसीएनए) ने मंगलवार को यह जानकारी दी.


केसीएनए ने किम के हवाले से कहा, ‘हम युद्ध नहीं चाहते लेकिन इसे टालने का हमारा कोई इरादा नहीं है.’


तीन संगठन होंगे बंद
सुप्रीम पीपुल्स असेंबली ने एक बयान में कहा कि अंतर-कोरियाई सुलह को संभालने वाले तीन संगठन - देश के शांतिपूर्ण पुनर्मिलन समिति, राष्ट्रीय आर्थिक सहयोग ब्यूरो और (माउंट कुमगांग) अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन प्रशासन - बंद हो जाएंगे.


यह फैसला प्योंगयांग द्वारा हाल ही में किए गए मिसाइल टेस्ट की एक सीरीज के बाद दोनों देशों के बीच संबंधों में और गिरावट का संकेत देता है.


दक्षिण कोरिया की प्रतिक्रिया
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यूं सुक-योल ने मंगलवार को अपने देश को ‘शत्रुतापूर्ण’ परिभाषित करने के उत्तर कोरिया के कदम की आलोचना की. उन्होंने कहा कि यह प्योंगयांग की ‘राष्ट्र-विरोधी और अनैतिहासिक’ प्रकृति को दर्शाता है.


उत्तर कोरिया ने सोमवार को कहा कि उसने ह्वासोंग-18 ठोस-ईंधन अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल के लॉन्च के कुछ हफ्तों बाद हाइपरसोनिक वारहेड से लैस एक नई ठोस-ईंधन मिसाइल का टेस्ट किया है.


दूसरी तरफ जापान, दक्षिण कोरिया और संयुक्त राज्य अमेरिका ने संयुक्त सैन्य अभ्यास तेज कर दिया है. इस युद्धाभ्यास को प्योंगयांग हथियार परीक्षणों के जवाब में भविष्य के आक्रमण के लिए रिहर्सल के रूप में देखता है.