Tunisia में यहूदी उपसना स्थल के पास गोलीबारी, हमलावर समेत चार की मौत, 10 घायल
Tunisia News: गोलीबारी जेरबा, में 2,500 साल पुराने घ्रीबा उपासना गृह के पास हुई. जेरबा में बड़ी संख्या में यहूदी रहते हैं. यह हमला वार्षिक तीर्थयात्रा के दौरान हुआ है. इस दौरान दुनिया भर से हजारों श्रद्धालु जेरबा आते हैं.
Firing Near Synagogue In Tunisia: ट्यूनीशिया में नेवल गार्ड ने जेरबा द्वीप पर एक यहूदी उपासना गृह के पास मंगलवार को गोलीबारी की, जिसमें एक नौसैना कर्मी समेत तीन लोगों की मौत हो गई और 10 लोग घायल हो गए. इसके बाद सुरक्षाकर्मियों की कार्रवाई में हमलावर भी मारा गया. ट्यूनीशिया के गृह मंत्रालय ने यह जानकारी दी. अभी इस बात की जांच की जा रही है कि इस हमले का मकसद क्या था.
जेरबा, में बड़ी संख्या में यहूदी रहते हैं. यह हमला वार्षिक तीर्थयात्रा के दौरान हुआ है. इस दौरान दुनिया भर से हजारों श्रद्धालु जेरबा आते हैं.
मारे गए दो नागिरकों में एक फ्रांस का नागिरक
मंत्रालय ने बताया कि हमले में मारे गए दो आम नागरिकों में से एक फ्रांस और एक ट्यूनीशिया का रहने वाला था. अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि क्या वे 2,500 साल पुराने घ्रीबा उपासना गृह में आयोजित धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने आये थे. घ्रीबा अफ्रीका के सबसे पुराने यहूदी उपासना गृहों में से एक है.
मंत्रालय ने बताया कि जेरबा के बंदरगाह शहर अघीर में ‘नेशनल गार्ड’ नौसेन्य केंद्र में कार्यरत हमलावर ने अपने सर्विस हथियार से पहले अपने एक सहकर्मी की हत्या की और इसके बाद वह हथियार लेकर घ्रीबा उपासना गृह की ओर बढ़ा और उसने वहां तैनात सुरक्षा इकाइयों पर गोलीबारी की. मंत्रालय के मुताबिक सुरक्षा इकाइयों की जवाबी कार्रवाई में हमलावर की मौत हो गई.
गृह मंत्रालय ने कहा कि घायलों में छह सुरक्षा एजेंट और चार नागरिक शामिल हैं. हालांकि यह स्पष्ट नहीं किया गया कि वे कैसे घायल हुए थे या क्या उन्हें भी हमलावर द्वारा गोली मार दी गई थी, जिसकी पहचान नहीं की गई है.
बता दें 2002 में, वार्षिक यहूदी तीर्थयात्रा के दौरान घीब्रा मंदिर के एंट्री गेट पर एक विस्फोटों से भरे ट्रक् में लगभग 20 लोगों की मौत हो गई थी. अल-कायदा ने उस हमले की जिम्मेदारी ली थी, जिसके पीड़ितों में जर्मन और फ्रांसीसी पर्यटकों के साथ-साथ ट्यूनीशियाई भी शामिल थे.
(इनपुट - एजेंसी)